IIT Kanpur में नए सत्र से डिपार्टमेंट ऑफ सस्टेनेबल एनर्जी की पढ़ाई, डिजाइन हो रहा कोर्स
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में तीन महीने पहले नया विभाग खुला है जिसमें सौर वायु समेत अन्य प्राकृतिक संसाधनों से उर्जा प्राप्त करने की तैयारी की गई है। इसी पर नए कोर्स डिजाइन करने की रूप रेखा बनाई गई है।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी में नए सत्र से सस्टेनेबल एनर्जी विभाग में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। सबसे पहले एमटेक और पीएचडी के काेर्स संचालित किए जाएंगे, जबकि बीटेक की पढ़ाई बाद में होगी। कोर्स का निर्धारण प्रोफेसर और अन्य फैकल्टी की कमेटी कर रही है। इसमें सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, केमिकल समेत अन्य विभागों के प्रोफेसर शामिल हैं। विभाग में जुलाई से पढ़ाई की शुरुआत हो सकती है।
संस्थान में करीब चार महीने पहले एकेडमिक काउंसिल और उसके बाद बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने सस्टेनेबल एनर्जी को मंजूरी दी। इसके विभागाध्यक्ष प्रो. आशीष गर्ग को बनाया गया है, जबकि अन्य विभागों की फैकल्टी भी इसमें शामिल रहेंगी। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रो. अंकुश शर्मा ने बताया कि कोर्स को विभिन्न आयामों से जोड़कर तैयार किया जा रहा है, जिससे छात्रों को शोध कार्य और स्टार्टअप का बेहतर मौका मिल सकेगा। सस्टेनेबल एनर्जी सतत उर्जा पर काम कर रहा है। यहां ऐसी बैट्री विकसित करने की तैयारी है, जिसमें केमिकल का बिल्कुल प्रयोग न हो।
उन्होंने बताया कि सौर उर्जा और वायु की मदद लेकर ऊर्जा को स्टोर किया जा रहा है, सुपर कैपिसिटर बनाए जा रहे हें। समुद्र किनारे चलने वाली हवा, टाइडल एनर्जी पर काम करने की योजना है। सबसे महत्वपूर्ण बेकार और खराब वस्तुओं से एनर्जी बनाने पर कार्य शुरू हो गया है। इससे प्रदूषण भी कम होगा और कूड़ा फैलने की संभावना न के बराबर हो जाएगी। विभाग के लिए बन रहे कोर्स इनपर ही आधारित रहेंगे।