कानपुर के इलाके में बढ़ रहा डेंगू का खतरा, गंदगी के अंबार से ग्रामीणों को सता रहा बीमारी का डर
वर्ष 2019 नवंबर में मर्दनपुर गांव में डेंगू का वायरल फैला था। गांव के ऋषभ और रवि प्रजापति की मौत हो गई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। इसके बाद भी नालों में सफाई व्यवस्था जस की तस है।
कानपुर, जेएनएन। दक्षिण क्षेत्र से जुड़े मर्दनपुर गांव में कूड़े के ढेर और नालाें में भीषण गंदगी भरी हुई है। इसका सफाई आठ माह पहले नगर पंचायत के सचिव ने नाले की सफाई कराई थी। गंदगी की वजह से इतने ज्यादा मच्छर हैं कि गांव में बच्चे के कई बच्चे बीमारी के चपेट में हैं।
गांव के सुभाष यादव, मुखलाल कुमार ने बताया कि दो फीट गहरा है, लेकिन गंदगी की वजह से डेढ़ फीट तक भरा हुआ है। इस वजह से मच्छरों का प्रकोप बहुत ज्यादा दिन या रात में घरों के अंदर उठना और बैठना दूभर है। ग्रामीणों ने बताया कि मच्छर के काटने से चर्म रोगों का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि सफाई ठीक तरीके से नहीं होने से बीमारी फैलने का भी खतरा रहता है।
दो वर्ष पहले हुई थी डेंगू से मौत: वर्ष 2019 नवंबर में मर्दनपुर गांव में डेंगू का वायरल फैला था। गांव के ऋषभ और रवि प्रजापति की मौत हो गई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। इसके बाद भी नालों में सफाई व्यवस्था जस की तस है। वहीं, प्रधान यशवंत यादव ने बताया कि दवाओं का छिड़काव चल रहा है।
इनकी भी सुनिए:
- दिनरात में मच्छर इतने ज्यादा लगते हैं कि शरीर की खाल छील जाती है। बच्ची भी बीमार हो गई है। धन के आभाव में अच्छे अस्पताल में इलाज नहीं करा पा रहें। - मंजू, मर्दनपुर गांव
- गांव में आठ माह पहले नाला सफाई के नाम पर खानापूर्ति होती है। इस वजह से मच्छर और बीमारी लोगों को चपेट में ले रही है। - गोमती, मर्दनपुर गांव
- 20 दिन पहले मर्दनपुर गांव में सफाई का काम पूरा हो चुका है। अब दवा का छिड़काव चल रहा है। अभी तक गांव में कोई डेंगू से पीड़ित नहीं मिला। - अजीत सिंह, सचिव, मर्दनपुर ग्राम पंचायत