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हनीट्रैप में फंसकर रक्षा संस्थान के टेक्निकल असिस्टेंट ने गंवाए 30 लाख, पढ़ें-दिल्ली की हसीना का मायाजाल

कानपुर के गोविंदनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले पीड़ित युवक ने पुलिस से शिकायत की तब पूरा मामला सामने आया। दिल्ली की युवती बनकर वाट्सएप नंबर लिया और फिर शुरू कर दिया जाल में फंसाने का खेल। पीड़ित से लाखों रुपये ऐंठे लिये।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 11:55 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 11:55 AM (IST)
हनीट्रैप में फंसकर रक्षा संस्थान के टेक्निकल असिस्टेंट ने गंवाए 30 लाख, पढ़ें-दिल्ली की हसीना का मायाजाल
कानपुर का युवक को हनीट्रैप फंसाकर ऐंठे रुपये।

कानपुर, जागरण संवाददाता। गोविंदनगर थाना क्षेत्र के गुजैनी में हनीट्रैप के जाल में फंसे प्रतिरक्षा संस्थान के टेक्निकल असिस्टेंट ने 30 लाख रुपये गंवा दिए। पीडि़त के पिता ने गोविंद नगर थाने में तहरीर दी है।

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गुजैनी निवासी 35 वर्षीय युवक प्रतिरक्षा संस्थान में टेक्निकल असिस्टेंट हैं। उनके पिता ने बताया कि जून 2022 में बेटे के फेसबुक पर एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। इस बीच, एक दिन युवती ने बेटे से वाट्सएप नंबर मांगा। इस पर युवती ने वीडियो काल कर अश्लील वीडियो दिखाए और बेटे का भी वीडियो बना लिया। अगले दिन बेटे के मोबाइल पर वाट्सएप काल आई। फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का कर्मचारी बताया और रुपये मांगे। मना करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। बदनामी के डर से बेटे ने उसके बताए खाते में दो लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।

दिल्ली क्राइम ब्रांच के नाम पर गढ़ी कहानी : शिकायतकर्ता ने बताया कि 16 जून को फिर बेटे के वाट्सएप पर काल आई। काल करने वाले ने बताया कि जिस युवती ने अश्लील वीडियो बनाया था, उसके खिलाफ शिकायत मिली थी। दिल्ली की क्राइम ब्रांच की टीम उसे पकडऩे पहुंची तो वह छत से कूद गई। युवती ने उसका नाम बयान में दिया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक, बेटे को डराकर दो तो कभी चार लाख रुपये अलग-अलग खाते में ट्रांसफर कराए गए। सात दिन में अलग-अलग खातों में 18 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।

युवती की मौत बता समझौते के नाम पर भी मांगी रकम : साइबर ठगों ने कुछ दिन बाद फोन कर बताया कि युवती की मौत हो गई है। उसकी मां हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाने आई है। समझौते के लिए 10 लाख रुपये मांगे। बेटे ने डरकर तीन-चार बार में 10 लाख रुपये फिर उनके बताए खाते में भेज दिए। उसके बाद भी कई बार रुपये मांगे गए।

ऐसे हुई जानकारी : पिता ने बताया कि 17 जनवरी की शाम बेटा फोन पर किसी से बात करते हुए रुपयों का जिक्र कर गिड़गिड़ा रहा था। बार-बार बेटा रुपये न होने और वीडियो डिलीट करने की बात कहते हुए रोने लगा। कई बार पूछने पर उसने घटना की जानकारी दी।

-प्रार्थना पत्र आया है। पुलिस साइबर सेल की मदद से रुपये ट्रांसफर होने वाले बैंक खातों की जांच कर रही है। -रोहित तिवारी, गोविंद नगर थाना प्रभारी


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