अगले वर्ष से नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई करेंगे स्टूडेंट्स, कानपुर के डिग्री कॉलेजों ने तैयार किया खाका
डीएवी एएनडी डीजी पीपीएन व एसएन सेन समेत अन्य काॅलेजों में शाॅर्ट टर्म कोर्स हुए डिजाइन। शहर के कुछ काॅलेजों में युवाओं के लिए कौशल विकास के पाठ्यक्रम शुरू कराए जा चुके हैं। शहर में 25 सहायता प्राप्त डिग्री काॅलेज हैं।
कानपुर, जेएनएन। शहर के डिग्री काॅलेजों के छात्र छात्राएं अगले वर्ष नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई करेंगे। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ने उन्हें अपग्रेड किए जाने के दिशा निर्देश दे दिए हैं। इसके लिए सभी काॅलेजों में कौशल विकास, उद्योग, तकनीकी व शाॅर्ट टर्म कोर्स को लागू करने के लिए दस विभाग बनाए जाएंगे। इसके मद्देनजर डिग्री काॅलेजों में सेंटर आॅफ एक्सीलेंस, स्मार्ट क्लास रूम, डिजिटल लैब व लाइब्रेरी बनने का सिलसिला शुरू हो चुका है। सहायता प्राप्त डिग्री काॅलेजों को अपग्रेड करने के लिए विश्वविद्यालय उन्हें तकनीकी सहायता देगा। शहर में 25 सहायता प्राप्त डिग्री काॅलेज हैं। जिनमें छह काॅलेजों में अपग्रेडेशन का काम शुरू हो चुका है।
डीएवी में चलाए जा रहे ये कोर्स
डीएवी डिग्री काॅलेज में वनस्पति विज्ञान विभाग में टिश्यू कल्चर, हिंदी विभाग में पत्रकारिता, जंतु विज्ञान विभाग में मत्स्य पालन, काॅमर्स विभाग में टैक्सेशन एंड एकाउंटिंग, संस्कृत विभाग में योग, भूगोल विभाग में पर्यटन व ललित कला विभाग में स्किल डिजाइनिंग के शाॅर्ट टर्म कोर्स चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा यहां सेंटर आॅफ एक्सीलेंस भी बनकर तैयार हो चुका है जिसमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान व राजनीति विज्ञान विषय के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशाला बनाई जा रही है। इस वर्ष अंग्रेजी विभाग में लैंग्वेज लैब स्थापित किए जाने की योजना है।
इनका ये है कहना
प्राचार्य अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत कौशल विकास का प्रशिक्षण देने के लिए काॅलेज 2022 तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
एसएन सेन डिग्री काॅलेज की ये है तैयारी
इसके अलावा एसएन सेन डिग्री काॅलेज में दो डिजिटल लैब बनकर तैयार हो चुकी हैं। इनमें शिक्षक अपने व्याख्यान पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए तैयार कर सकेंगे। काॅलेज के प्रोक्टोरियल बोर्ड की सदस्य डाॅ. प्रीति सिंह ने बताया कि अगले साल तक मैनजमेंट व शिक्षा संकाय के कुछ नए कोर्स लांच किए जाने की भी योजना हैै।
रोजगारपरक कोर्स पर रहेगा फोकस
पीपीएन, एएनडी व क्राइस्ट चर्च समेत अन्य काॅलेज भी रोजगारपरक कोर्स संचालित करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने खाका खींचना शुरू कर दिया है। सीएसजेएमयू कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि अगले साल नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पठन पाठन होगा। इसके लिए काॅलेजों की एक कार्यशाला हो चुकी है। नए सत्र में दो से तीन कार्यशालाएं होंगी। विश्वविद्यालय प्रशासन नए कोर्स संचालित करने के लिए काॅलेजों को तकनीकी सहयोग देगा।