तीन कर्मचारियों को रिमांड पर लेकर आई दमन पुलिस, कृष्णा टॉवर स्थित केमिकल फर्म में की जांच
विवेचक दारोगा हिरल पटेल ने बताया कि तीन पुरुष कर्मचारियों को लेकर टीम फिर से जांच करने आई है। फर्म में कुछ और दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इसमें विभिन्न खातों में ट्रांजेक्शन और विभिन्न कंपनियों से लेनदेन का विवरण मौजूद है।
कानपुर, जेएनएन। दमन एंड दीव की सॉफ्टेक फार्मा कंपनी को नकली केमिकल सप्लाई करने के मामले में केमिकल फर्म की जांच के लिए दमन पुलिस गुरुवार को दोबारा शहर आई। गिरफ्तार करके दमन ले जाए गए नौ कर्मचारियों में से तीन युवक भी टीम के साथ थे, जिन्होंने फर्म में कुछ और दस्तावेज बरामद कराए हैं। इसके बाद टीम ने फर्म मालिक अजय कुमार के स्वरूप नगर स्थित बंगले में दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला।
फार्मा कंपनी के मैनेजर ने 15 जून को नानीदमन थाने में कानपुर की यूरो एशिया केमिकल फर्म के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट लिखाई थी। जांच के बाद मुकदमे में जालसाजी की धाराएं भी बढ़ाई गईं। टीम सप्ताह भर पूर्व जांच के लिए सिविल लाइंस में कृष्णा टॉवर स्थित केमिकल फर्म पहुंची और नौ कर्मचारियों को गिरफ्तार कर ले गई थी, जिसमें से तीन महिलाएं हैं। मौके से 58 हजार रुपये, दो दर्जन मोबाइल फोन, बैंक खातों की 80 चेकबुक, लैपटॉप, कंप्यूटर-सीपीयू और सरकारी विभागों की रबर स्टैंप बरामद हुई थीं। सभी नौ कर्मचारियों को दमन कोर्ट में पेश कर 12 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया था।
विवेचक दारोगा हिरल पटेल ने बताया कि तीन पुरुष कर्मचारियों को लेकर टीम फिर से जांच करने आई है। फर्म में कुछ और दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इसमें विभिन्न खातों में ट्रांजेक्शन और विभिन्न कंपनियों से लेनदेन का विवरण मौजूद है। फर्म के खिलाफ और सुबूत जुटाए जा रहे हैं। फर्म मालिक की तलाश जारी है।
130 खाते फ्रीज कराए, इनमें करोड़ों रुपये मौजूद : दमन पुलिस ने बताया कि कारोबारी की फर्म से करीब 130 खातों में करोड़ों का लेनदेन हुआ था। सभी खाते फ्रीज कराए गए हैं। पुलिस की कार्रवाई के दौरान कुछ खातों से पूरी रकम निकाली जा चुकी है, लेकिन कई खातों में अभी भी 10 करोड़ से ज्यादा रुपये हैं। गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई के बाद अवैध संपत्ति व खातों की रकम जब्त कराई जाएगी।
मृतकों के नाम से संचालित कर रहा था खाता : पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ खाते ऐसे पूर्व कर्मचारियों के नाम पर भी संचालित हो रहे हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। खातों से लेनदेन फर्म से ही जुड़े कुछ लोग करते थे। इन खातों से विभिन्न खातों में रकम का लेनदेन होता था। दारोगा हिरल पटेल ने बताया कि बाकी फर्मों में मुर्गी दाने का ही कारोबार होने की जानकारी मिली है।