दादानगर समानांतर पुल के निर्माण के लिए अब फिर से ट्रेन व्हीकल यूनिट का होगा सर्वे
विजय नगर की ओर से सीटीआइ की ओर जाने वाले लोगों को अब भी नीचे से जाना होता है और वे क्रासिंग बंद होने पर जाम में फंसते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उप्र सेतु निगम ने रेलवे को समानांतर पुल बनाने का प्रस्ताव भेजा था
कानपुर, जेएनएन। दादानगर समानांतर पुल के निर्माण के लिए अब फिर से ट्रेन व्हीकल यूनिट का सर्वे किया जाएगा। अगर पांच लाख से ज्यादा ट्रेन व्हीकल यूनिट मिलेगी तभी रेलवे समानांतर पुल के निर्माण को मंजूरी देगा। रेलवे बोर्ड से सर्वे कराने का संकेत मिलने के बाद अब उप्र सेतु निर्माण निगम की ओर से प्रक्रिया शुरू की जा रही है। किसी एजेंसी को अब नामित किया जाएगा और वही एजेंसी वहां कैमरे लगाएगी और वहां गुजरने वाले दो पहिया, चार पहिया वाहनों और ट्रेनों की गणना करेगी। एक- एक घंटे में कितने वाहन और कितनी ट्रेनें वहां से गुजरीं इसकी रिपोर्ट रेलवे को भेजी जाएगी। दादानगर क्रासिंग पर एक टू लेन का पुल बना हुआ है, लेकिन वहां जाम की समस्या का समाधान अभी तक नहीं हुआ है।
इस क्रासिंग पर चार लेन पुल की जरूरत थी, लेकिन दो लेन का पुल ही बन पाया। इस पर सीटीआइ की ओर से आने वाले लोग ही दादानगर की ओर आते हैं। विजय नगर की ओर से सीटीआइ की ओर जाने वाले लोगों को अब भी नीचे से जाना होता है और वे क्रासिंग बंद होने पर जाम में फंसते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उप्र सेतु निगम ने रेलवे को समानांतर पुल बनाने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिली, क्योंकि किसी भी पुल के समानांतर पुल की मंजूरी तभी रेलवे से मिलती है जब वहां ट्रेन व्हीकल यूनिट पांच लाख से अधिक हो। तीन साल पहले यहां सर्वे हुआ था तब करीब तीन लाख ट्रेन व्हीकल यूनिट मिली थी। चूंकि इस मार्ग पर वाहनों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि यह मानक अब सर्वे में पूरा हो जाएगा। सेतु निगम के महाप्रबंधक राकेश सिंह का कहना है कि वे जल्द ही किसी कंपनी को नामित कर सर्वे कराएंगे।