खुद को फौजी बताकर साइबर ठग ने चकेरी के युवक को बनाया शिकार, खाते से हड़पी रकम
कानपुर के चकेरी के युवक को आनलाइन वेबसाइट पर खुद को फौजी बताकर स्कूटी बेचने का झांसा देकर फंसाया और रकम ट्रांसफर करने के समय फर्जीवाड़ा कर दिया। पीड़ित ने पुलिस साइबर सेल में शिकायत की है ।
कानपुर, जेएनएन। शहर में आनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसी ही एक आनलाइन वेबसाइट पर साइबर ठग ने खुद को फौजी बताकर युवक को हजारों का चूना लगा दिया। पीड़ित ने साइबर सेल में गुहार लगाई है। पुलिस वेबसाइट को ईमेल भेजकर अपराधी का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक चकेरी निवासी विजय एक कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रहा है। पिछले दिनों उसने वेबसाइट पर एक स्कूटी का विज्ञापन देखा, जिसकी कीमत 31 हजार रुपये लिखी थी। विज्ञापन में लिखे मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर एक शख्स ने खुद को फौजी बताकर पूछताछ की। साथ ही आधे पैसे का भुगतान होने के बाद ही स्कूटी भेजने की बात कही। भरोसा करके विजय ने 15 हजार रुपये बताए गए खाते में जमा कर दिए। इसके बाद आरोपित ने अन्य मद में तीन बार में 26 हजार रुपये और ले लिए। साथ ही कहा कि स्कूटी देने के दौरान वह बाकी पैसा लौटा देगा, लेकिन इसके बाद उसने फोन उठाना बंद कर दिया। परेशान होकर विजय ने साइबर सेल में गुहार लगाई।
साइबर सेल प्रभारी रामौतार ने बताया कि साइबर अपराधी गूगल पर और विभिन्न वेबसाइट पर वाहन, प्रापर्टी व अन्य उत्पाद बेचने के विज्ञापन देकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। स्कूटी बिक्री के नाम पर ठगी होने की शिकायत आई है, मामले की जांच की जा रही है। साथ ही लोगों से अपील है कि वह किसी अन्जान व्यक्ति पर भरोसा न करें। अपने खाते का ब्योरा किसी को न बताएं या किसी के खाते में पैसा जमा न करें।
अब तक साढ़े छह लाख रुपये वापस दिलाए
आनलाइन ठगी की घटनाओं में पुलिस को पीड़ित की तत्परता से उसके खाते से निकली रकम वापस दिलाने में मदद मिलती है। आनलाइन शॉपिंग से या खाते से पैसे निकलने पर तुरंत ही अगर संबंधित मर्चेंट कंपनी या बैंक से संपर्क किया जाता है तो रकम अपराधी के खाते में जाने से रोकी जा सकती है। इस वर्ष साइबर सेल ने एेसे ही करीब दो दर्जन मामलों में लोगों के खातों से निकले करीब साढ़े छह लाख रुपये वापस दिलवाए हैं।