मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशिएलिटी कोर्स के लिए घटेगा कटऑफ परसेंटाइल Kanpur News
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने प्रस्ताव पर सहमति दी है सीवीटीएस पीडियाट्रिक सर्जरी एवं कार्डियोलॉजी के लिए 20 परसेंटाइल होने की उम्मीद।
कानपुर, जेएनएन। चिकित्सा विश्वविद्यालय, राजकीय एवं निजी मेडिकल कॉलेजों एवं चिकित्सकीय संस्थानों में सुपर स्पेशिएलिटी (एसएस) कोर्स में प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल एलिजबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट (नीट) सुपर स्पेशिएलिटी कोर्स में शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 में कटऑफ परसेंटाइल घटाने पर मुहर लगा दी है। अब कार्डियक थेरोसिक वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस), कार्डियोलॉजी एवं पीडियाट्रिक सर्जरी में 20 परसेंटाइल पर एडमिशन होंगे। इसी तरह शेष अन्य सुपर स्पेशिएलिटी कोर्स में भी अब 40 परसेंटाइल पर एडमिशन होंगे।
देश भर के चिकित्सा विश्वविद्यालयों, मेडिकल कॉलेजों तथा संस्थानों में तीन वर्षों से लगातार सुपर स्पेशिएलिटी कोर्स सीटीवीएस की सीटें खाली रही थीं। इसमें कानपुर का लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी), लखनऊ का किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) तथा संजय गांधी स्नातकोत्तर संस्थान (एसजीपीजीआइ) भी है। कानपुर के हृदय रोग संस्थान में सीटीवीएस की तीन सीटें तीन वर्षों से रिक्त चल रही हैं। यहां छात्र प्रवेश नहीं ले रहे हैं, कमोबेश यही हाल केजीएमयू तथा एसजीपीजीआइ का भी है। इससे कार्डियक सर्जरी के मरीजों के इलाज में दिक्कत हो रही है। वहीं भविष्य में संस्थानों को कार्डियक सर्जन भी नहीं मिलेंगे।
इसको लेकर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी, हृदय रोग संस्थान के निदेशक प्रो. विनय कृष्ण, एसजीपीजीआइ के निदेशक प्रो. राकेश कपूर एवं केजीएमयू के सीटीवीएस के प्रो. डॉ. एसके अग्रवाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिले। साथ ही बोर्ड ऑफ गवर्नेंस मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (बीओआइ एमसीआइ) के सेक्रेटरी जनरल से मिलकर समस्या से अवगत कराया। उनसे कटऑफ परसेंटाइल घटाने का आग्रह किया ताकि देश भर की खाली सीटें भरी जा सकें। इसे गंभीरता से लेते हुए एमसीआइ के सेक्रेटरी जनरल डॉ. आरके वत्स ने परसेंटाइल घटाने का प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा। जिस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सहमति दे दी है।
पहले यह था परसेंटाइल
नीट सुपर स्पेशिएलिटी कोर्स के सभी विषयों के लिए परसेंटाइल 50 फीसद था। जिसे अब घटा दिया है, सीटीवीएस, कार्डियोलॉजी तथा पीडियाट्रिक सर्जरी के लिए परसेंटाइल 20 फीसद तथा शेष अन्य विषयों के लिए परसेंटाइल 40 फीसद कर दिया है।
यह भी जानना जरूरी
- 700 सीटें इस बार काउंसिलिंग के बाद देश भर में खाली रह गईं थीं।
- 500 सीटें पिछले साल देश भर में रिक्त छूट गईं थी।
इन्होंने जताई खुशी
-केंद्र सरकार का ऐतिहासिक निर्णय है। इससे रिक्त सीटें भरने में मदद मिलेगी। इससे कम परसेंटाइल के छात्रों को भी फायदा होगा। -प्रो. विनय कृष्ण, निदेशक, लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान।
-सुपर स्पेशिएलिटी कोर्स में सीटें रिक्त रहने की समस्या देशभर के संस्थानों की थी इसलिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं एमसीआइ के सेक्रेटरी जनरल से मिलकर उन्हें अवगत कराया था। उनकी पहल पर ही कटऑफ परसेंटाइल घटाने का निर्णय हुआ है। -प्रो. आरती लालचंदानी, प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल।