Move to Jagran APP

CSJMU Kanpur परीक्षाओं को लेकर करने जा रहा नया प्रयोग, पेपरलेस वर्किंग के साथ तैयार हाेंगे स्मार्ट क्लासरूम

CSJMU Kanpur Exmas विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो स्मार्ट केंद्र बना लिए हैं। इनमें डिजिटल परीक्षाएं कराए जाने का परीक्षण होगा। वर्ष 2021-22 में छात्र छात्राओं की कुछ परीक्षाएं डिजिटल फार्मेट में होंगी। यह प्रयोग सफल होने के बाद इस फार्मेट को अन्य प्रोफेशनल कोर्स की परीक्षाओं में लागू किया जाएगा।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 04:05 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 04:05 PM (IST)
CSJMU Kanpur परीक्षाओं को लेकर करने जा रहा नया प्रयोग, पेपरलेस वर्किंग के साथ तैयार हाेंगे स्मार्ट क्लासरूम
सीएसजेएमयू की खबर से संबंधित सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। CSJMU Kanpur Exmas छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के सभी विभागों ने पेपरलेस वर्किंग शुरू कर दी है। कंप्यूटर सेंटर से इन सभी विभागों को जोड़ा जा रहा है जिससे इन विभागों में किए गए कार्यों को आनलाइन संरक्षित किया जा सके। इससे एक कदम आगे बढ़कर सीएसजेएमयू अब डिजिटल परीक्षाएं कराने की योजना बना रहा है। बीबीए, बीसीए, फार्मेसी व एमबीए जैसे प्रोफेशनल कोर्स की परीक्षाओं के साथ इसका परीक्षण किया जाएगा। इन कोर्स में छात्र छात्राओं की संख्या कम होने के कारण प्रयोग के तौर पर डिजिटल परीक्षा की शुरुआत ऐसे कोर्स से की जाएगी।

loksabha election banner

विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए दो स्मार्ट केंद्र बना लिए हैं। इनमें डिजिटल परीक्षाएं कराए जाने का परीक्षण किया जाएगा। वर्ष 2021-22 में छात्र छात्राओं की कुछ परीक्षाएं डिजिटल फार्मेट में होंगी। यह प्रयोग सफल होने के बाद इस फार्मेट को अन्य प्रोफेशनल कोर्स की परीक्षाओं में लागू कर दिया जाएगा। कुलपति प्रो. विनय पाठक ने बताया कि इससे न केवल छात्र छात्राएं टेक्नोसेवी होंगे बल्कि उत्तरपुस्तिकाएं व स्टेशनरी का खर्च भी बचेगा। इसके अलावा परीक्षा परिणाम निकालने में भी आसानी होगी जिससे इसे जल्द जारी किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का कंप्यूटर व इंफोर्मेशन टेक्नोलाजी विभाग में भरपूर संसाधन हैं। इन संसाधनों का इस्तेमाल करके दिसंबर की सेमेस्टर परीक्षा डिजिटल फार्मेट के माध्यम से कराई जा सकती हैं।

डिग्री कालेजों में भी लागू किया जाएगा: आने वाले समय में विश्वविद्यालय से संबद्ध डिग्री कालेजों में डिजिटल परीक्षाएं कराई जाएंगी। इसके लिए कालेजों में कंप्यूटर सेंटर विकसित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय इसके लिए कालेजों से संसाधन का ब्योरा मांगेगा। जिन कालेजों में इसकी सुविधा होगी उनमें डिजिटल परीक्षा की यह प्रणाली पहले लागू की जा सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.