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सड़कों पर दौड़ेगी सीएसए कृषि विश्वविद्यालय की एंबुलेंस, पेड़-पौधों का बचाएगी जीवन

चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय संबद्ध फार्म हाउस में जाएगी शहर के डिवाइडरों पर लगे पौधों का हालचाल लेगी उन्हेंं पानी देने का भी करेगी काम सीएसए के कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने गुरुवार को वॉटर एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

By ShaswatgEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 03:42 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 03:42 PM (IST)
सड़कों पर दौड़ेगी सीएसए कृषि विश्वविद्यालय की एंबुलेंस, पेड़-पौधों का बचाएगी जीवन
पौधों के संरक्षण का संदेश देती प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। जिस प्रकार से गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाने का काम एंबुलेंस द्वारा किया जाता है। ठीक उसी तर्ज पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय संबद्ध फार्म हाउस में भी जल एंबुलेंस से कार्य किया जाएगा। यहां बीमार, रोगग्रसित और सूख रहे पेड़ और पौधों को आकस्मिक सेवा प्रदान की जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से वॉटर एंबुलेंस चालू की गई है, जिसका काम सूख रहे पौधों को पानी देना होगा और उनमें कोई दिक्कत होने पर उनका इलाज किया जाएगा। इस काम में कृषि विशेषज्ञ भी साथ में जाएंगे।

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पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हो सकता है बेहतर कदम

सीएसए के कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने गुरुवार को वॉटर एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह बेहतर कार्य हो सकता है। शहर में जगह जगह पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन देखरेख के अभाव में सब सूख जाते हैं या फिर उनमें कोई न कोई कीड़ा लग जाता है।

सामाजिक संस्थाओं के साथ होगा काम

सीएसए के अधिकारी पर्यावरण संरक्षण के लिए सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर शहर को हरा भरा बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं। गंगा के किनारे औषधीय पौधे लगाने की रूपरेखा लगभग तैयार हो गई है। वॉटर एंबुलेंस और कृषि विशेषज्ञ के सहयोग से हरियाली फैलाने में सहयोग मिलेगा।


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