COVID-19 Vaccination: बेफिक्र होकर कराएं वैक्सीनेशन, स्वस्थ हुए लोगों ने भी माना- नहीं है कोई खतरा
COVID-19 Vaccination गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. यशवंत राव ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के डोज लेने वालों में रिकवरी रेट बिना डोज वालों की अपेक्षा बेहतर देखने को मिल रहा है।
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। COVID-19 Vaccination अगर आप भी सोच रहे हैं कि संक्रमण वैक्सीनेशन के बाद फैल रहा है, तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बल्कि कोरोना रोधी टीका और नियमों का पालन ही लोगों को संक्रमण के समय सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभा रहा है। गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. यशवंत राव ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के डोज लेने वालों में रिकवरी रेट बिना डोज वालों की अपेक्षा बेहतर देखने को मिल रहा है। जिन लोगों ने टीका लगवा रखा है, उनमें संक्रमण के गंभीर लक्षण और आक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ रही है। जिन्हें एक भी डोज लगा है, वे संक्रमित होने पर तेजी से संक्रमण को मात देकर स्वस्थ हो रहे हैं। हालांकि ये वैक्सीन की रिसर्च में ये भी दावा किया गया है कि ऐसा नहीं है टीका लगवाते ही आप सामान्य शैली अपना लें। बल्कि इसके कुछ दिन तक तक आपको आराम करना पड़ेगा।
केस- एक:किदवई नगर निवासी एक परिवार के तीन सदस्य कोरोना संक्रमण की चपेट में आए। उन्हें कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थीं। इसलिए हल्के लक्षण जरूर दिखे पर किसी की हालत गंभीर नहीं हुई। परिवार के अनुज ने बताया कि सात दिनों बाद जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई। पूरा परिवार टीकाकरण के चलते सुरक्षित रहा।
केस- दो: हैलट में कोविड वार्ड में संक्रमितों की सेवा करते हुए पॉजिटिव होने वाली प्रियंका टीकाकरण के कारण होम आइसोलेशन में पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है। सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण ही हैं। वह जल्द ही स्वस्थ होकर फिर संक्रमितों की सेवा करने को आतुर हैं।
टीकाकरण के बाद ये फायदे
- टीकाकरण के बाद संक्रमित होने वालों का संक्रमण परिवारों में नहीं फैल रहा है।
- एक या दो डोज वालों में सामान्य बुखार और हल्के बदन दर्द जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
- संक्रमित होने के बाद रिकवरी रेट बहुत अच्छा है। सप्ताह भर में रिपोर्ट निगेटिव आ रही है।
- सीटी स्कैन और अन्य गंभीर जांच कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
- टीकाकरण के बाद हालात नहीं बिगड़ रहे। आक्सीजन स्तर भी सामान्य ही रह रहा है।