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पुलिस लाइन में इलाज के नाम पर धोखा, डे केयर सेंटर बनकर रह गया कोविड केयर अस्पताल

कानपुर की पुलिस लाइन में बने दस बेड के अस्पताल का शुभारंभ डीजीपी मुकुल गोयल ने किया था जिसे कोरोना संक्रमण काल में कोविड केयर अस्पताल में परिवर्तित किया गया था लेकिन यहां सिर्फ एक डॉक्टर के भरोसे पूरी व्यवस्था है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 09:59 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 09:59 AM (IST)
पुलिस लाइन में इलाज के नाम पर धोखा, डे केयर सेंटर बनकर रह गया कोविड केयर अस्पताल
कानपुर पुलिस लाइन के अस्पताल में सुविधाएं नहीं।

कानपुर, जागरण संवाददाता। पुलिस लाइन में 12 बेड का कोविड केयर अस्पताल बनाया गया था, जो अब सिर्फ डे केयर सेंटर के रूप में ही काम कर रहा है। अगर किसी पुलिसकर्मी को अचानक कोई तकलीफ हो जाए तो यहां इलाज की उम्मीद न रखें। क्योंकि यहां सिर्फ एक ही डाक्टर है। बीते पांच दिन से उन्हें भी एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध कर दिया गया है।

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कोरोना काल में बेड को लेकर मारामारी थी। इसे देखते हुए तत्कालीन एडीसीपी पश्चिम डा. अनिल कुमार ने पुलिस लाइन में दस बेड का अस्पताल तैयार कराया था। इसका उद्घाटन डीजीपी मुकुल गोयल ने किया था। कोरोना काल में डा. अनिल की देखरेख में यहां मरीजों को भर्ती किया जाता था। यहां पर सीएमओ की ओर से यहां स्टाफ की तैनाती भी की गई। कोरोना संक्रमण के दौरान यहां 40 से 50 संक्रमित मरीजों को भर्ती करके उनका उपचार भी किया गया। सभी स्वास्थ्य लाभ लेकर यहां से गए थे। पुलिस की ओर से एक अच्छी पहल हुई थी। डा. अनिल के जाने के बाद अब अस्पताल में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. शुभा मिश्रा, चीफ फार्मेसिस्ट सुरेश वर्मा, वार्ड ब्वाय, लैब टेक्नीशियन, नर्सिंग असिस्टेंट समेत 14 लोगों की तैनाती है।

पांच दिन पहले अस्पताल की डाक्टर को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गीता नगर से संबद्ध किया गया है। अब चीफ फार्मेसिस्ट के हवाले अस्पातल है। अब डाक्टर न होने से यहां किसी भी मरीज को भर्ती नहीं किया जाता है। इससे यह अस्पताल अब डे केयर सेंटर बन कर रह गया है। अस्पताल में मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था की गई थी, लेकिन मरीजों के भर्ती न होने के चलते बेड धूल फांक रहे हैं। इनकी नियमित साफ-सफाई भी नहीं की जाती है। इस बारे में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी से संपर्क नहीं हो सका।

पुलिस कर्मियों का हुआ वैक्सीनेशन : अस्पताल में शनिवार को वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया। इसमें शाम चार बजे तक काफी संख्या में मरीजों को वैक्सीन लगाई गई। पहली और दूसरी डोज लगवाने वालों की अपेक्षा बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या अधिक रही।


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