कानपुर में वैक्सीनेशन से ठिठका कोरोना, इकाई अंक पर सक्रिय केस, विशेषज्ञों ने लगाया आने वाले दिनों में ये अनुमान
ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर आशा एएनएम एवं हेल्थ वर्कर की टीमें रोजाना जाकर सर्वे करती रहीं। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन भी अब गति पकड़ चुका है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में आमजन अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं
कानपुर, जेएनएन। जिले में तेजी से चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन का परिणाम सामने आने लगा है। इसका नतीजा है कि अब कोरोना वायरस ठिठक गया है। कोरोना की पहली लहर थमने के बाद मार्च के पहले सप्ताह में सक्रिय केस का आंकड़ा घटकर इकाई अंक पर पहुंचा था, लेकिन दूसरी लहर के कहर से हालात फिर से बेकाबू हो गए थे। सरकारी व निजी क्षेत्र के डाक्टरों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के अथक प्रयास के बाद चार माह बाद फिर से सक्रिय केस घटकर सात पर पहुंच गया है। लगातार दो दिन से कोरोना संक्रमित भी नहीं मिल रहे हैं।
शहर में 20 व ग्रामीण में 10 टीमें : कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए डा. गौरव त्रिपाठी एवं डा. अमित ओझा के निर्देशन में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में रैपिड रिस्पांस टीमें लगाई गईं थीं, जिनके माध्यम से कोरोना संक्रमितों की कांटेक्ट Tresing कराई गई। शहरी क्षेत्र में 20 मोबाइल टीमें लगी हुईं थीं और 10 टीमें ग्रामीण अंचल में थीं, प्रत्येक सीएचसी में एक-एक टीमें सक्रिय रही।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर आशा, एएनएम एवं हेल्थ वर्कर की टीमें रोजाना जाकर सर्वे करती रहीं। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन भी अब गति पकड़ चुका है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में आमजन अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं। जिले में अब तक 34.55 फीसद को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है, जिसमें 18 वर्ष के युवा से लेकर 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग शामिल हैं। हालांकि कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज लगवाने वालों की संख्या महज 8.61 फीसद ही है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीनेशन की वजह से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रही है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हो रहा है।
हर्ड इम्यूनिटी का बड़ा रोल : कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोग कोरोना के संक्रमण की चपेट में आए हैं। उसमें कई में लक्षण उभरे, कुछ गंभीर संक्रमित हुए और कुछ ऐसे थे, जिन्हेंं पता ही नहीं चला और वह संक्रमित होकर ठीक हो गए। ऐसे संक्रमित जो संक्रमित हुए, लेकिन उन्हेंं संक्रमण का पता नहीं चला। ऐसे व्यक्तियों की एंटीबाडी जांच में कोरोना की एंटीबाडी पाई गई, इसे ही हर्ड इम्यूनिटी कहते हैं। इसका भी संक्रमण पर लगाम लगाने पर बड़ा रोल रहा।
जिले में कोरोना
- 82,895 जिले में कुल कोरोना संक्रमित
- 69,610 होम आइसोलेशन में स्वस्थ हुए
- 11,374 को अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती
- 1904 की अब तक हो चुकी है मौत
- 07 सक्रिय केस अब बचे
जिले में वैक्सीनेशन
- 34,10,647 जिले में वैक्सीनेशन का लक्ष्य
- 11,78,500 वैक्सीन की पहली डोज लगी
- 02,93,754 वैक्सीन की दोनों डोज लगी
इनका ये है कहना
- कोरोना वायरस पर लगाम लगभग लग चुकी है। एक तरफ तेजी से वैक्सीनेशन चल रहा है। वहीं, दूसरी तरफ आरआटी टीमें एवं सॢवलांस टीमें भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। हमारे डाक्टरों की टीम वर्क का ही परिणाम है। - डा. नैपाल सिंह, सीएमओ, कानपुर नगर