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Coronavirus Kanpur News: स्वाद और सुगंध न आने वालों का रिकवरी रेट तेज, कोरोना के खतरे के बीच सकारात्मक परिणाम

Coronavirus Kanpur News न्यूरो साइंस कोविड अस्पताल और मैटरनिटी विंग के एचडीयू इंचार्ज प्रो. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि यह लक्षण 15 से 20 फीसद रोगियों में आ रहे हैं। इस तरह के संक्रमितों का रिकवरी रेट 90 फीसद तक रहता है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 09:39 AM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 09:39 AM (IST)
Coronavirus Kanpur News: स्वाद और सुगंध न आने वालों का रिकवरी रेट तेज, कोरोना के खतरे के बीच सकारात्मक परिणाम
कानपुर में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक तवीर।

कानपुर, जेएनएन। Coronavirus Kanpur News कोरोना संक्रमण के शुरुआती चरण में जांच और तुरंत इलाज इसकी भयावहता को रोक दे रहा है। मरीज जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं। चाहे वह अस्पताल में भर्ती रहे हों या फिर होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हों। दोनों के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। कोरोना की दूसरी लहर घातक जरूर है, लेकिन पर्याप्त इलाज से संक्रमित पहले की तरह अच्छे हो जा रहे हैं।

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हैलट के न्यूरो साइंस कोविड अस्पताल और मैटरनिटी विंग में कोविड पॉजिटिव रोगियों का इलाज चल रहा है। उनमें सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, खाने का स्वाद न आना और सुगंध चली जाने जैसे लक्षण मिल रहे हैं। पिछले वर्ष और मौजूदा हालत में ऐसे रोगी, जिनमें स्वाद न आना और सुगंध चली जाने जैसी शिकायतें मिलीं, उनका रिकवरी रेट बहुत अच्छा मिला। डॉक्टरों ने इस पर शोध की तैयारी की है। न्यूरो साइंस कोविड अस्पताल और मैटरनिटी ङ्क्षवग के एचडीयू इंचार्ज प्रो. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि यह लक्षण 15 से 20 फीसद रोगियों में आ रहे हैं। इस तरह के संक्रमितों का रिकवरी रेट 90 फीसद तक रहता है। ऐसी समस्या वाले रोगी पहले ही सामने आ जाते हैं। सर्दी, जुकाम, बुखार लक्षण में अमूमन लोग पैरासिटामॉल या अन्य गोलियां खाकर देखते हैं। इससे कई बार देर हो जाती है। कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से ऑक्सीजन का स्तर नीचे आ जा रहा है।

प्लाज्मा थैरेपी की बढऩे लगी मांग

कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार के चलते प्लाज्मा थैरेपी की मांग भी बढऩे लगी है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में रोजाना तीन से चार लोग प्लाज्मा दे रहे हैं। अभी तीमारदार इन्हें डोनर के रूप में लेकर आ रहे हैं। पिछले वर्ष इसके इस्तेमाल से काफी रोगी सही हुए थे। ब्लड बैंक प्रभारी प्रो. लुबना खान ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी संक्रमण की शुरुआत में बेहद कारगर है, लेकिन ये भी रेमडेसिविर की तरह सभी के लिए उपयोगी नहीं है। डॉक्टर की सलाह पर ही इसको चढ़वाया जाए तो बेहतर रहता है। रिकवरी रेट 50 से 55 फीसद है। ब्लड बैंक के नंबर 8127645388 कॉल करके प्लाज्मा का दान किया जा सकता है। इसे कोई भी पॉजिटिव से निगेटिव हुए लोग डोनेट कर सकते हैं।


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