कोरोना के साथ म्यूकर माइकोसिस की दस्तक, कानपुर के कोविड हास्पिटल में 13 गंभीर मरीज भर्ती
कानपुर में कोरोना संक्रमण की दर तेजी से बढ़ी है। एलएलआर अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल में 13 संक्रमित मरीज भर्ती हैं जिसमें तीन की हालत गंभीर है। इसमें एक बुजुर्ग में म्यूकर माइकोसिस के लक्षण पाए गए हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के संक्रमण से गठजोड़ करके दबे पांव फिर से म्यूकर माइकोसिस ने दस्तक दे दी है। नगर में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या 2,537 हो गई गई है। इसमें ज्यादातर मरीज घरों में आइसोलेट हैं तो कुछ को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है। कोविड हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों में 13 संक्रमित मरीजों में एक बुजुर्ग में म्यूकर माइकोसिस के लक्षण मिले हैं। गंभीर हालत वाले मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा गया है।
शहर में कोविड एक्टिव केस 2537
शहर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है। अबतक जिले में कोरोना के सक्रिय केस की संख्या 2,537 पर पहुंच गई है। रोजाना कोरोना के नए केस आ रहे हैं। इनमें जीएसवीएम मेडिकल कालेज, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय और एचबीटीयू से ज्यादा केस हैं। वहीं बीते शनिवार को 82 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए, जिसमें एक एलएलआर अस्पताल के कोविड अस्पताल में भर्ती था, जबकि बाकी 81 का होम आइसोलेशन पूरा हुआ था। मौजूदा समय में एलएलआर अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल व जच्चा-बच्चा अस्पताल में 13 संक्रमित भर्ती हैं, जिसमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है और आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। गंभीर मरीजों को आक्सीजन की डिमांड भी अधिक है, जिसमें 80 वर्षीय बुजुर्ग हैं, जिन्हें मधुमेह के साथ म्यूकर माइकोसिस का भी संक्रमण है।
पांच प्रसूताओं की अस्तपाल से छुट्टी
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के कोविड टास्क फोर्स के नोडल अफसर प्रो. सौरभ अग्रवाल ने बताया कि शनिवार देर शाम जच्चा-बच्चा अस्पताल में पांच प्रसूताएं स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज की गईं हैं। उसके अलावा एक संक्रमित मेटरनिटी विंग के कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए हैं। अस्पताल में 13 संक्रमित भर्ती हैं। उसमें से तीन संक्रमित दूसरे जिले के हैं। तीन कोरोना संक्रमित गंभीर हैं। उसमें से दो मधुमेह से पीडि़त हैं। वहीं, 80 वर्षीय बुजुर्ग को मधुमेह के साथ म्यूकर माइकोसिस का संक्रमण है। ईएनटी विभाग एवं नेत्र रोग विभाग के डाक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।