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Corona जांच के चक्कर में अब लडख़ड़ाने लगी पैथोलॉजी की व्यवस्था, स्वास्थ्य महानिदेशक को लैब तकनीशियन के लिए लिखा पत्र

अस्पताल में सीनियर तकनीशियन समेत आठ का स्टाफ है। सीनियर तकनीशियन दस्तावेज और रिकार्ड संबंधित कार्य करते हैं जबकि छह स्टाफ की रुटीन में दोनों जगह कोविड जांच में ड्यूटी लगाई जा रही है। बाकी बचा स्टाफ पैथोलॉजी में रुटीन में काम कर रहे हैं।

By Akash DwivediEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 11:28 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 11:28 AM (IST)
Corona जांच के चक्कर में अब लडख़ड़ाने लगी पैथोलॉजी की व्यवस्था, स्वास्थ्य महानिदेशक को लैब तकनीशियन के लिए लिखा पत्र
पैथोलॉजी और अन्य जांचों में प्रसव के नजदीक की महिलाओं को वरियता दी जा रही

कानपुर, जेएनएन। संक्रमण के खात्मे के लिए टीकाकरण के साथ ही टेस्टिंग में तेजी लाई गई है। सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना की जांच की जा रही है। डफरिन अस्पताल में पिछले दिनों कई पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसके चलते 24 घंटे जांच की सुविधा की गई है। यहां तक तो ठीक है, लेकिन इस व्यवस्था से प्रसूताओं की समस्या बढ़ गई है। उन्हेंं बाहर से जांच कराने के लिए कहा जा रहा है। केवल गंभीर और प्रसव के नजदीक पहुंचने वाली महिलाओं की टेस्टिंग कराई जा रही है।

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अस्पताल प्रशासन ने स्वास्थ्य महानिदेशक को स्टाफ के लिए पत्र लिया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए अस्पताल में प्रसूताओं और उनके साथ रहने वाले तीमारदार की जांच कराई जाती है। पहले सिर्फ इंडोर में जांच की सुविधा थी, लेकिन पिछले दिनों एकदम से 20 पॉजिटिव मिलने के बाद ओपीडी में भी जांच कराई जा रही है। कोविड संक्रमण के बीच मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज संबद्ध जच्चा बच्चा अस्पताल की ओपीडी बंद होने से वहां के मरीज भी डफरिन अस्पताल पहुंचने लगे हैं। एक दिन में 400 से ज्यादा की ओपीडी हो रही है। सीएमएस डॉ. सीमा श्रीवास्तव के मुताबिक अस्पताल में मरीजों का लोड काफी अधिक है। पैथोलॉजी और अन्य जांचों में प्रसव के नजदीक की महिलाओं को वरियता दी जा रही है। बाहर से जांच कराने की बात गलत है।

  • केस एक 

    नौबस्ता पंकज शर्मा की पत्नी रंजना शर्मा दो महीने के गर्भ से हैं। उन्होंने छह अप्रैल को ओपीडी में दिखाया। सीबीसी समेत अन्य जांचें बाहर से लिखी गईं।

  • केस दो लाल बंगला निवासी नीशू कुश्वाहा की पत्नी पारुल गर्भवती होने पर जांच कराने के लिए सात अप्रैल को ओपीडी में पहुंचीं। उन्हेंं भी जांचें बाहर से कराने के लिए बोला गया।

आठ लैब तकनीशियन का स्टाफ : अस्पताल में सीनियर तकनीशियन समेत आठ का स्टाफ है। सीनियर तकनीशियन दस्तावेज और रिकार्ड संबंधित कार्य करते हैं, जबकि छह स्टाफ की रुटीन में दोनों जगह कोविड जांच में ड्यूटी लगाई जा रही है। बाकी बचा स्टाफ पैथोलॉजी में रुटीन में काम कर रहे हैं। 


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