कोरोना से छोटी बचत को लगा बड़ा झटका, रकम जमा करने से ज्यादा हाथ में रखने पर कर रहे विश्वास
कानपुर में आकंड़ों के अनुसार लोगों में छोटी-छोटी बचत करने की आदत कम हुई है। इसके चलते ही इस गुजरे वित्तीय वर्ष में छोटी बचत को बड़ा झटका लगा है। लोग पैसा जमा करने से ज्यादा पास रखना उचित समझ रहे हैं।
कानपुर,[राजीव सक्सेना]। एक समय था जब वेतनभोगियों के लिए कहा जाता था कि वेतन मिलते ही सबसे पहले बचत की राशि अलग निकाल दें उसके बाद खर्च करें। भारतीय वैसे भी बचत की आदत के लिए जाने जाते हैं लेकिन कोरोना ने आम आदमी में छोटी बचत की आदत को प्रभावित किया है। आंकड़े बताते हैं कि लोगों में छोटी-छोटी बचत करने की आदत कम हुई है। उसकी वजह कोरोना की त्रासदी देख चुके लोग अब अपने हाथ में नकदी बचाकर रखना चाहते हैं जिससे कि किसी समय परिवार में कोई इमरजेंसी पडऩे पर किसी के सामने हाथ ना फैलाना पड़े।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के पहले दो माह कोरोना के रूप में काफी भारी पड़े थे। इसके चलते ही इस गुजरे वित्तीय वर्ष में छोटी बचत को बड़ा झटका लगा है। लोगों ने एक तो पिछले कई वर्षों में सबसे कम रकम जमा की है। दूसरी ओर इसमें से रकम निकालने की प्रवृत्ति बढ़ी है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 29.51 अरब रुपये की राशि कानपुर नगर में जमा हुई थी। इस वर्ष 14.46 अरब रुपये की निकासी हुई। इस तरह शुद्ध जमा 15.46 अरब थी। वहीं वित्तीय वर्ष 21-22 में जमा 23.69 करोड़ रुपये रह गई जबकि निकासी बढ़कर 15.22 अरब रुपये हो गई। इस वर्ष शुद्ध जमा मात्र 8.46 करोड़ रुपये रह गई। शुद्ध जमा पिछले कई वर्षों में सबसे कम रही है।
बचत बढ़ाने के ये प्रयास हो रहे
- महिला प्रधान अभिकर्ता घर-घर जाकर आवर्ती जमा खाते खुलवा रही हैं।
- विभागों को आवर्ती जमा, पीपीएफ, राष्ट्रीय बचत पत्र में अधिक से अधिक धन जमा कराने को कहा गया है।
एक नजर में बचत की स्थिति (रुपये अरब में)
वित्तीय वर्ष जमा निकासी शुद्ध जमा लक्ष्य लक्ष्य से फीसद वृद्धि
2021-22 23.69 15.22 8.46 4.47 189.41
2020-21 29.51 14.46 15.04 4.47 336.47
2019-20 26.18 13.62 12.55 4.47 270
2018-19 21.97 12.04 09.92 4.47 221.98
क्यो बोले जिम्मेदार: घट रही जमा को बढ़ाने के लिए जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि वे इस राशि को बढ़ाने के अपने-अपने स्तर से प्रयास करें। राष्ट्रीय बचत पत्र, आवर्ती जमा खाते खुलवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।- बिमल गौतम, सहायक निदेशक, संस्थागत वित्त, कानपुर नगर।