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चेतावनी का नहीं हुआ असर, चकेरी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के लिए अभी और करना होगा इन्तजार

उड़ान योजना के तहत कानपुर में बन रही न्यू टर्मिनल बिल्डिंग की निर्माण प्रक्रिया धीमी पड़ी हुई है। सरकार की प्राथमिकताओं में से एक इस योजना को लेकर निर्माण कार्यदायी संस्था काम जबकि समिति ने कार्य पूर्ण करने की अंतिम तिथि 31मार्च तय की है।

By Abhishek VermaEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 05:28 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 05:28 PM (IST)
चेतावनी का नहीं हुआ असर, चकेरी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के लिए अभी और करना होगा इन्तजार
चकेरी एयरपोर्ट के टर्मिनल का निर्माण धीमी गति से किया जा रहा है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। चकेरी एयरपोर्ट की न्यू टर्मिनल बिल्डिंग और इससे जुड़े सभी काम की अंतिम तिथि 31 मार्च तय की गई है। बीती छह जनवरी को हुई एयरपोर्ट सलाहकार समिति की बैठक में चेतावनी के साथ यह तारीख तय की गई थी जिसमें कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने भी सहमति दी थी। कार्यदायी संस्था को नोटिस दी गई थी कि इस बार यदि समय पर काम पूरा नहीं हुआ तो ब्लैक लिस्ट करने के साथ जुर्माना और मुकदमा किया जाएगा। चार बार निर्माण कार्य की तारीख को बढ़ाया जा चुका है लेकिन काम की रफ्तार है कि बढ़ने का नाम ही नहीं ले रही है।

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एयरपोर्ट अथारिटी नोटिस पर नोटिस देकर काम चला रहा है। एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का काम उड़ान योजना के तहत किया जा रहा है। यह काम सरकार की प्राथमिकता में है। नई टर्मिनल बिल्डिंग बनने के बाद शहर से अंतर्राज्यीय उड़ानों की संख्या दस से ज्यादा हो जाएगी जो अभी फिलहाल तीन शहरों तक सीमित है। एयरपोर्ट का काम समय से हो इसकी निगरानी एयरपोर्ट सलाहकार समिति और प्रशासनिक अफसर कर रहे हैं। बीती बैठक में दी गई चेतावनी के बाद भी कार्यदायी संस्था पर असर दिखायी नहीं दे रहा है।

दैनिक जागरण ने शुक्रवार को मौके का परीक्षण किया तो टर्मिनल बिल्डिंग का सिविल कार्य भी 60 से 65 फीसद तक ही हो सका है। कार्य स्थल पर विमान खड़ा करने के लिए एप्रन का काम भी अभी अधूरा है। टर्मिनल बिल्डिंग से हाईवे तक सड़क का काम भी पैसा खत्म होने से रुक गया है तो वहीं केस्को द्वारा अंडरग्राउंड लाइन से बिजली आपूर्ति का काम भी अभी तक पूरा नहीं हो सका है। आइएलएस-2 लगाने के लिए रनवे का विस्तार होना है। जिला प्रशासन की ओर से जमीन की पैमाइश करके रिपोर्ट दे दी गई है, अनुमति न मिलने से अभी तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी है। टैक्सी हॉल्ट बनाने का काम भी रक्षा मंत्रालय की अनुमति न मिलने से रुका हुआ है। टैक्सी हॉल्ट में टर्मिनल बिल्डिंग से रनवे के बीच रास्ता बनना है उसके बिना टर्मिनल बिङ्क्षल्डग से उड़ान शुरू नहीं हो पाएगी। इन सब समस्याओं का हल दो माह में होना है जो संभव नहीं दिखता है। ऐसे में एयरपोर्ट अथारिटी द्वारा कार्यदायी संस्था को बार-बार नोटिस देने से भी कोई असर नहीं हो रहा है। काम वही कछुआ चाल से चल रहा है।

बोले जिम्मेदार : चुनाव आचार संहिता के चलते अब बैठक नहीं कर सकते हैं। काम धीमा चल रहा है तो पत्र भेजा जाएगा। इस बार अंतिम चेतावनी दी गई है। काम समय पर पूरा नहीं हुआ तो निश्चित कार्रवाई होगी। -देवेंद्र सिंह भोले, सांसद व चेयरमैन एयरपोर्ट सलाहकार समिति


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