आरोपितों बोले... नकली दवा की खेप कोलकाता से मंगाते थे, फिर गोरखपुर के माध्यम से माल यहां आता था
क्राइम ब्रांच की टीम ने 21 जून को गोविंद नगर दबौली टेंपो स्टैंड पर छापेमारी करके जगईपुरवा चकेरी निवासी गुड्डू उर्फ पिंटू गुप्ता और बेकनगंज निवासी मुन्ना को दबोचा था। आरोपितों के पास से नाइट्रावेट की 17 हजार और एंटीबायोटिक जिफी 200 की 46 हजार टेबलेट बरामद की थीं
कानपुर, जेएनएन। क्राइम ब्रांच की टीम ने नकली दवा के धंधे से जुड़े लोगों की धरपकड़ कर साढ़े चार करोड़ से अधिक का माल बरामद किया था। आरोपितों से हुई पूछताछ में सामने आया कि वे नकली दवाओं की खेप कोलकाता से मंगाते थे। वहां से माल गोरखपुर के माध्यम से आता था। बाद में सरगना मनीष मिश्र माल की सप्लाई अपने गुर्गों के मार्फत करता था।
क्राइम ब्रांच की टीम ने 21 जून को गोविंद नगर दबौली टेंपो स्टैंड पर छापेमारी करके जगईपुरवा चकेरी निवासी गुड्डू उर्फ पिंटू गुप्ता और बेकनगंज निवासी मुन्ना को दबोचा था। आरोपितों के पास से नाइट्रावेट की 17 हजार और एंटीबायोटिक जिफी 200 की 46 हजार टेबलेट बरामद की थीं। दूसरे दिन गोदाम संचालक और लखनऊ में नकली दवा के धंधे के सरगना मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अलीगढ़, मेरठ, गुरुग्राम, मुजफ्फर नगर, बागपत में छापेमारी करके 12 आरोपितों को पकड़कर साढ़े चार करोड़ से अधिक माल की बरामदगी की थी। आरोपितों से हुई पूछताछ में सामने आया था कि इन स्थानों के साथ कोलकाता भी नकली दवा बनाने की बड़ी मंडी है, लेकिन यहां से दवाएं पहले गोरखपुर भेजी जाती हैं। गोरखपुर से लखनऊ सप्लाई आती है। यहां से मनीष दवाओं को आगे भेजता है। पुलिस को अभी कोलकाता और गोरखपुर के सप्लायरों का लिंक नहीं मिल सका है।
इनका ये है कहना
- कोलकाता से नकली दवाओं की सप्लाई की बात सामने आई है। सीडीआर के जरिए आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द इनकी भी धरपकड़ की जाएगी। - दीपक भूकर, एडीसीपी अपराध