आयुक्त पर विधायक के अपमान का आरोप, नगर निगम में कांग्रेसियों का हल्ला बोल
कानपुर स्थित नगर निगम मुख्यालय परिसर में नगर आयुक्त के रवैये के खिलाफ छावनी से कांग्रेस विधायक के साथ जिलाध्यक्ष पूर्व सांसद और समर्थक धरने पर बैठ गए हैं। कांग्रसियों का कहना है कि जनप्रितिनिधि का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। शनिवार नगर निगम में आयुक्त से मिलने पहुंचे कांग्रेस विधायक और नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज कांग्रेसियों ने धरना शुरू करते हुए हल्ला बोल दिया। उनका आरोप है कि समय देकर नगर आयुक्त ने विधायक से मुलाकात नहीं की, इससे जनप्रतिनिधि का अपमान हुआ है। धरने पर पूर्व सासंद समेत दोनों जिलाध्यक्ष भी बैठ गए हैं।
छावनी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक सोहेल अंसारी के मुताबिक उन्होंने नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी से मुलाकात के लिए चार बार फोन किया तब कहीं मिलने का समय दिया गया। उन्हें तीस जनवरी शनिवार को दोपहर 12 बजे मुलाकात के लिए बुलाया गया था। शनिवार को तय समय पर जब वह नगर निगम कार्यालय पहुंचे तो उनसे नगर आयुक्त ने मुलाकात नहीं की। इंतजार के बाद भी कोई जानकारी न मिलने पर विधायक अपने समर्थको के साथ नगर निगम मुख्यालय के परिसर मे धरने पर बैठ गये। साथ में पार्षद सुनील कनौजिया व राजीव सेतिया, पूर्व पार्षद राकेश साहू समेत कई लोग भी समर्थन में आ गए।
इसकी जानकारी के बाद कांग्रेस उत्तर जिलाध्यक्ष नौशाद और दक्षिण के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र दीक्षित भी मौके पर पहुंच गए। पूर्व सांसद राजाराम पाल भी समर्थकों को लेकर नगर निगम आ गए। धरने में अवनीश सलूजा, सुनील वाल्मीकि, इरफान, नरेंद्र चंचल, आशु सोनकर, बालेन्द्र यादव, सतीश वाल्मीकि आदि कांग्रेसी धरने पर बैठे हैं। विधायक का कहना है कि यह एक जनप्रतिनिधि का अपमान है। वहीं कांग्रेसियों ने कहा कि जनप्रतिनिधि का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।