कानपुर में पीडब्ल्यूडी विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे कांग्रेसी
3.22 करोड़ से बने पुल की सड़क निर्माण में धांधली होने से अब गड्ढे जानलेवा हो गए हैं। अर्मापुर में बने पुल पर फरवरी से आवागमन शुरू हुआ था और चंद में पुल की सड़क उखड़ कर जर्जर हो चुकी है।
कानपुर, जेएनएन। पनकी भाटिया तिराहा से विजय नगर की ओर जाने वाले रास्ते में नहर के ऊपर बने पुल की सड़क ने पीडब्ल्यूडी के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। फरवरी में पुल में आवागमन शुरू हो गया था। चार माह भी पुल की सड़क यातायात नहीं झेल पाई और सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे होने शुरू हो गये हैं। कांग्रेसियों का आरोप है कि पीडब्ल्यूडी अधिकारियों व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किया है। इस वजह से लोगों आ सुविधा हो रही है।
वर्ष 2018 में 30 मीटर पुल 3.22 करोड़ रुपये से स्वीकृत हुआ था। इसे चार माह पहले पूरा होना था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से काम में देरी हुई। इस पुल के बनने से कानपुर देहात, औरैया, इटावा सहित अन्य जिलों से शहर को आने वाले बड़े वाहनों को जाम की समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी। इस पुल में फरवरी से आवागमन शुरू हो गया था, लेकिन गुणवत्ता ठीक नहीं होने की वजह से पुल की सड़क धंसना शुरू हो गई है।
अचानक वाहन सवार गड्ढे में फंसकर गिर रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी ने बताया कि सड़क के निर्माण कार्य में धांधली हुई है। इस वजह से रोज हजारों लोगों को परेशानी हो रही। उन्होंने बताया कि जल्द कांग्रेसी पुल की सड़क में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड भवन के अधिशाषी अभियंता सीपी गुप्ता ने बताया कि अभी तक मे लेयर और बिछाई जानी है। धंसी सड़क को जल्द ही ठीक कराई जाएगी।
पुल से फुटपाथ भी गायब : पुल निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का दावा था कि पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाया जाएगा, लेकिन अभी तक फुटपाथ तैयार नहीं है। इस वजह से पैदल वाले लोग सड़क पर भी चलते हैं।