कानपुर में कांग्रेस के अब दो जिलाध्यक्ष, नौशाद को उत्तर और डॉ. शैलेंद्र को दक्षिण इकाई की जिम्मेदारी
नए जिलाध्यक्ष का चुनाव दोनों विधानसभा के वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए किया गया। लंबे समय के बाद कांग्रेस ने कानपुर को दो भागों में बांटकर जिलाध्यक्षों के नाम घोषित किए हैं। इसमें वोट बैंक के समीकरण को पूरा ध्यान रखा गया है।
कानपुर, जेएनएन। लंबे समय से चल रही शहर कांग्रेस कमेटी को उत्तर व दक्षिण में बांटने की कवायद पूरी हो गई। देर रात जारी हुई सूची में जिलाध्यक्षों को जिम्मेदारी भी सौंप दी गई। शहर कांग्रेस कमेटी उत्तर की कमान नौशाद आलम मंसूरी तो दक्षिण इकाई की कमान डॉ. शैलेंद्र दीक्षित को सौंपी गई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस निर्णय के साथ वोट बैंक के समीकरण को साधने का भी पूरा ध्यान रखा है।
शहर कांग्रेस कमेटी उत्तर में सीसामऊ, आर्यनगर और छावनी विधानसभा आती हैं जो मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र हैं। छावनी से कांग्रेस विधायक सोहिल अख्तर अंसारी तो सीसामऊ से सपा के इरफान सोलंकी विधायक हैं। जबकि आर्यनगर से सपा के अमिताभ बाजपेयी विधायक हैं। ऐसे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुस्लिम वोट बैंक के समीकरण को ध्यान में रखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उत्तर जिलाध्यक्ष की घोषणा की है।
ऐसा ही कुछ हाल दक्षिण का भी है।
दक्षिण में गोविंद नगर और किदवई नगर विधानसभा हैं जो ब्राह्मण बहुल हैं। नए जिलाध्यक्ष का चुनाव दोनों विधानसभा के वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए किया गया। डॉ. शैलेंद्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव और दो बार महासचिव पद की जिम्मेदारी भी वह संभाल चुके हैं। 2012 में उन्होंने गोविंद नगर विधानसभा से चुनाव लड़ा था। वहीं नौशाद आलम वर्तमान में वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं और शहर कांग्रेस कमेटी में महामंत्री के पद पर भी रहे थे।