Kanpur Politics News: चुपचाप रिपोर्ट लेकर चली गई कांग्रेस की तीन सदस्यीय टीम, पता चलने पर दावेदार सन्न
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तीन सदस्यी टीम कानपुर का दौरा करके सर्वे रिपोर्ट ले गई है। इसकी भनक दावेदारों को नहीं लगी और अब पता चलने पर सभी हैरान हैं। दावेदारों को डर सता रहा है कि कहीं निगेटिव रिपोर्ट न चली जाए।
कानपुर, जेएनएन। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व किसी तरह की कोई कमी छोड़ना नहीं चाहता है। इसके लिए प्रदेश नेतृत्व जिले में हर स्तर की समीक्षा करवा रहा है। इसी क्रम में तीन सदस्यी कमेटी शहर का सर्वे कर वापस लौट गई और दावेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब जब इस बात का पता चला है तो दावेदार भी सन्न हैं कि कहीं निगेटिव रिपोर्ट न चली गई हो।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी जिलावार संगठन की स्थिति को परख रहा है।इसके लिए बीते दिनों तीन सदस्यीय टीम कानपुर आयी थी।कमेटी का संचालन नेशनल ला कालेज दिल्ली के छात्र सैफ अली कर रहे थे।अन्य दोनों सदस्य भी इंजीनियरिंग से जुड़े बताए जा रहे हैं।तीन सदस्यीय इस कमेटी ने वार्ड अध्यक्षों से सीधे बात की।विधानसभा की स्थिति, दावेदारों के नाम, मजबूत प्रत्याशी और उसकी आर्थिक स्थिति, पूर्व में लड़ा गया चुनाव, हारजीत का आंकड़ा समेत सभी तथ्यों पर कमेटी ने पूछताछ की।
इसके साथ ही भीतरघात करने वाले नेता, कांग्रेस का कैडर वोट, जातिगत वोट के आधार पर भी आंकड़े जुटाए हैं।कानपुर नगर में एक विधायक होने के संबंध में भी कमेटी ने सवाल जवाब किए।वार्ड अध्यक्षों से पूछा गया कि दोबारा टिकट मिलने पर उनकी जीत तय है या लड़ाई लड़नी होगी।पार्टी सूत्र बताते हैं कि कमेटी ने प्रत्येक विधानसभा में गहनता से रिपोर्ट तैयार की है।कमेटी की रिपोर्ट इसलिए भी अहम होगी क्योंकि यह अपनी रिपोर्ट सीधे कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा को सौंपेगी।कमेटी द्वारा शहर में गुपचुप तरीके से किया गया यह सर्वे तीन दिन चला।कमेटी के जाने के बाद दावेदारों को इसकी जानकारी हुई तो हड़कंप मचा हुआ है।
प्रत्येक अध्यक्ष से मांगे 15-15 नाम : कमेटी के सदस्यों ने प्रत्येक वार्ड अध्यक्ष से क्षेत्र के 15 मुअज्जिज लोगों के नाम मांगे हैं।यह ऐसे लोग होंगे जो क्षेत्र में अपना प्रभाव रखते हैं। इसमें डाक्टर, वकील, शिक्षक, व्यापारी, जनरल स्टोर संचालक, क्षेत्रीय नेता, समाजिक कार्यकर्ताओं के नाम मांगे गए हैं।