सेवा और साधना के पुण्य का संगम, चित्रकूटधाम मंडल के 171 समेत कई जिलों से पुलिसकर्मी करेंगे मेला ड्यूटी
माघ मेला को पारलौकिक जीवन सुधारने का जरिया मानती है खाकी कहते हैं कि साहब ड्यूटी नहीं लगी तो भी जाऊंगा लूंगा मेडिकलचित्रकूटधाम मंडल से ही 171 पुलिसकर्मी जा रहे हैं। बाकी जगहों पर भी ड्यूटी लगाने का काम अंतिम चरण पर है
कानपुर, जेएनएन। खाकी के लिए प्रयागराज में माघ मेला प्रतिवर्ष सेवा और साधना के पुण्य का 'संगम है, पारलौकिक जीवन सुधारने का जरिया है और ड्यूटी भी। सात्विक विचारधारा बनाए रखने, गंगा स्नान करने और जीते जी स्वर्ग जैसी अनुभूति का माध्यम भी।
तमाम पुलिसकर्मी अफसरों से कहने लगे हैं कि साहब, ड्यूटी जरूर लगा दें, नहीं मेडिकल लेकर कल्पवास पर जाएंगे। पहले भी मेडिकल ले चुके हैं। उधर, महकमे में भी ऐसे पुलिस कर्मियों की तलाश हो रही है, जो माघ मेला में साधना में तल्लीन रहकर पूरी तत्परता से सुरक्षा दायित्व भी निभा सकें। इस साल भी हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट, बांदा, फतेहपुर व उन्नाव समेत आसपास जिलों के पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रहीं हैं। सिर्फ चित्रकूटधाम मंडल से ही 171 पुलिसकर्मी जा रहे हैं। बाकी जगहों पर भी ड्यूटी लगाने का काम अंतिम चरण पर है। पहला चरण 10 दिसंबर, दूसरा 25 दिसंबर और तीसरा चरण पांच जनवरी से शुरू होगा।
कहां से कितने पुलिसकर्मी जाएंगे
50 बांदा से
51 हमीरपुर से
27 चित्रकूट से
43 महोबा से
इनका ये है कहना
माघ मेला को लेकर फोर्स समय से रवाना करने के निर्देश दिए हैं। मंडल के सभी एसपी ड्यूटी लगाकर पुलिस कर्मियों को समय से प्रयागराज भेजेंगे।
के सत्यनारायण, आइजी, चित्रकूटधाम परिक्षेत्र।
कम संख्या में ड्यूटी से पुलिसकर्मी मायूस
चित्रकूट : प्रभु श्रीराम की तपोभूमि से इस साल सिर्फ 27 पुलिसकर्मी माघ मेला ड्यूटी में जाएंगे। इसलिए तमाम मायूस हैं। गंगा मइया में डुबकी लगाने का ख्वाब पूरा नहीं होने के कारण ऐसे पुलिसकर्मी मंदाकिनी स्नान की तैयारी बना रहे हैं।
आध्यात्मिक ज्ञान पाएंगे, कर्तव्य भी निभाएंगे
फतेहपुर : आध्यात्मिक ज्ञान और कर्तव्य दोनों एक साथ पूरे करने का मौका प्रयागराज माघ मेला में मिलता है। सीओ खागा अंशुमान मिश्रा कहते हैैं, मैं खुश किस्मत हूं कि मुझे कुंभ मेले की स्पेशल ड्यूटी के लिए भेजा गया। धर्म-कर्म और आस्था के संगम तक पहुंचना प्रभु कृपा से ही संभव है।
मन से चिंता होती दूर
महोबा : माघ मेला ड्यूटी में मन के अंदर बसी चिंताएं दूर हो जाती हैं। हर क्षण कुछ अच्छा करने की सोच पनपती है। खरेला में तैनात सिपाही आलोक सिंह का कहना है कि माघ मेला ड्यूटी से जनता की सेवा के साथ धार्मिक अनुष्ठान का मौका भी मिलता है।