एलएलआर में भूख हड़ताल पर बैठी आउटसोर्सिंग कंपनी की दो और स्टाफ नर्स की हालत बिगड़ी
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल के न्यूरो साइंस सेंटर में अप्रैल माह में कोरोना महामारी के पीक के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन संक्रमितों के मरने के बाद भी उनके नाम पर निकाले गए थे। उस समय प्राचार्य उप प्राचार्य और प्रमुख अधीक्षक भी संक्रमित हो गईं थीं।
कानपुर, जेएनएन। रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रकरण में एलएलआर अस्पताल के न्यूरो साइंस सेंटर के कोविड अस्पताल से नौकरी से निकाली गईं स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वाय चार दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। सोमवार सुबह दो नर्सों की हालत बिगड़ गई। उन दोनों को एल एल आर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। चार दिनों में पांच नर्सों की हालत बिगड़ चुकी है। फिर भी अस्पताल और मेडिकल कालेज प्रशासन अडिय़ल रवैया अपनाए हुए है।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल के न्यूरो साइंस सेंटर में अप्रैल माह में कोरोना महामारी के पीक के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन संक्रमितों के मरने के बाद भी उनके नाम पर निकाले गए थे। उस समय प्राचार्य, उप प्राचार्य और प्रमुख अधीक्षक भी संक्रमित हो गईं थीं। जुलाई माह में तत्कालीन प्राचार्य प्रो. आरबी कमल से शिकायत हुई थी। कालेज स्तर पर गठित जांच कमेटी ने सिस्टर इंचार्ज एवं फार्मासिस्ट को दोषी पाया था। उनके निलंबन की संस्तुति की गई थी। इस बीच, जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ, सीएमओ एवं एडीएम सिटी की कमेटी से जांच कराई। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दो फार्मासिस्ट, एक सिस्टर इंचार्ज समेत स्थाई व आउटसोॄसग कंपनी के 96 स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वाय वह सफाई कर्मचारियों को दोषी ठहराया था। इस रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने प्राचार्य प्रो संजय काला को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
स्थाई कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकी : रिपोर्ट के आधार पर प्राचार्य प्रो. संजय काला ने तीन स्थाई कर्मचारियों की वेतन वृद्धि में एक साल की रोक लगा दी थी। इसी तरह 33 अन्य स्थाई कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया था। उन्हेंं स्पष्टीकरण मांगा गया।
आउटसोॄसग कंपनी के कर्मचारियों की सेवा समाप्त : प्राचार्य प्रो. संजय काला ने आउटसोॄसग कंपनी की 23 स्टाफ नर्स और 27 वार्ड ब्वाय की सेवा समाप्त कर दी गई। इन कर्मचारियों ने अपने को निर्दोष बताते हुए सभी जिम्मेदारों के समक्ष अपनी बात रखी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। हार कर बीते शुक्रवार से एलएलआर अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।