कानपुर के बिठूर में धार्मिक स्थल के रंगरोगन को लेकर सांप्रदायिक मौहाल बिगड़ने से बचा, कई थानों का पहुंचा फोर्स
बिठूर के राम धाम चौराहे ब्रह्मनगर स्थित एक प्राचीन धर्म स्थल की साफ सफाई करीब 15 दिन पहले करवा कर नमाज अदा की थी। सफाई के बाद सफेद और हरे रंग से पुतवा दिया गया। दूसरे समुदाय के लोगों ने धार्मिक स्थल को दूसरे रंग से पुतवा दिया।
कानपुर, जेएनएन। बिठूर स्थित एक धार्मिक स्थल की साफ सफाई और पुताई को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद होने से पहले ही स्थिति सामान्य हो गई। धार्मिक स्थल का कुछ हिस्सा गिराये जाने की फर्जी सूचना पर शहर काजी और हिन्दू संगठनों के लोग भी मौके पर पहुंचे। सूचना पाकर एसडीएम सदर, सीओ कल्याणपुर बिठूर, कल्याणपुर और पनकी थाने के फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने शरारती तत्वों के खिलाफ अपनी तरफ से मुकदमा लिखाने की बात कही।
ये है पूरा मामला
बिठूर के राम धाम चौराहे ब्रह्मनगर स्थित एक प्राचीन धर्म स्थल की साफ सफाई करीब 15 दिन पहले करवा कर नमाज अदा की थी। सफाई के बाद सफेद और हरे रंग से पुतवा दिया गया। रविवार दोपहर को भी दूसरे समुदाय के लोगों ने धार्मिक स्थल को दूसरे रंग से पुतवा दिया। इसी को लेकर कुछ लोगों ने बिठूर पुलिस और शहर काजी को धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ और पुताई कराने की सूचना दी। इस पर पुलिस और प्रसाशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और धार्मिक स्थल का सफेद रंग से पुन: रंगरोगन कराया। शहरकाजी मौलाना मुश्ताक अहमद मुशाहरी ने बताया उन्हें धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ की सूचना मिली थी।पु लिस प्रशासन ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
इनका ये है कहना
कुछ दिन पहले शहर से आये कुछ लोगों ने धार्मिक स्थल को साफ करने के बाद नमाज पढ़ी थी। इसको लेकर दूसरे समुदाय ने एतराज जताया था। जांच कराकर उचित कार्यवाही की जायेगी। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार वर्ष 2009 के बाद से बिना राज्य सरकार की अनुमति के प्राचीन स्थल का जीर्णोद्धार और धार्मिक स्थल पर नई परम्परा की शुरुआत करना गैरकानूनी है। नगर पंचायत बिठूर के अभिलेखों से धार्मिक स्थल के बारे जानकारी जुटाई जायेगी। पुलिस की तरफ से दो मुकदमे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और नई परम्परा डालने को लेकर दर्ज होंगे। सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मौके पर एसडीएम सदर आइएएस पूजा यादव भी पहुंचे। - अशोक कुमार सिंह, सीओ कल्याणपुर