सड़क पर खुलेआम शराब पीने वालों को पिंजड़े में बंद कर शहर में घुमाएगी कानपुर कमिश्नरेट पुलिस
रेस्टोरेंट होटलों ढाबों और यहां तक कि छोटी दुकानों के बाहर शराब के जाम छलक जाते हैं। एक बड़ा वर्ग सड़क किनारे कार के अंदर शराब पीने का आदी है। यह समाज के लिए अच्छा नहीं है ।
कानपुर, जेएनएन। जाम और अपराध पर वार के बाद अब कमिश्नरेट पुलिस ने खुलेआम शराब पीने वालों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसे कार-ओ-बार नाम दिया गया है। पहले दिन डीसीपी दक्षिण ने अपने क्षेत्र में अभियान चलाकर 55 शराबियों को गिरफ्तार कर दफा 34 में उनका चालान किया। योजना के मुताबिक खुलेआम शराब पीने वालों को पुलिस एक ¨पजड़ानुमा वाहन में कैद करके पूरे शहर में उनका जुलूस निकालेगी, ताकि अपनी करनी पर वह शर्मिंदा हो सकें।
पुलिस आयुक्त असीम अरुण के मुताबिक विदेशी शराब के ठेके पर केवल शराब खरीदी जा सकती है, जबकि बार में बैठकर पीने की सुविधा है। वहीं देशी शराब की दुकान पर बैठकर शराब पीने की सुविधा होती है। मगर, देखने में आ रहा है कि पूरे शहर में खुलेआम शराब पी जा रही है। रेस्टोरेंट, होटलों, ढाबों और यहां तक कि छोटी दुकानों के बाहर शराब के जाम छलक जाते हैं। एक बड़ा वर्ग सड़क किनारे कार के अंदर शराब पीने का आदी है। यह समाज के लिए अच्छा नहीं है। शराब खरीदकर घर के अंदर पिएं। सार्वजनिक रूप से आप शराब का सेवन नहीं कर सकते।
पुलिस ने बुधवार से कार-ओ-बार नाम से अभियान चलाया है। इसके तहत खुलेआम सार्वजनिक शराब पीने वालों को जालीनुमा ¨पजड़ा वाहन में बंद करके शहर भर में घुमाया जाएगा। इस अभियान के तहत बुधवार को डीसीपी साउथ रवीना त्यागी के नेतृत्व में छापेमारी की गई। गो¨वदनगर में अनिल मीट वाले, किवई नगर में ई ब्लॉक शराब ठेका, बारादेवी शराब ठेका और नौबस्ता में वृंदावन लॉन के बगल में संचालित शराब ठेका पर 55 लोग खुलेआम शराब पीते पकड़े गए। सभी को एक जालीनुमा वाहन में बंद करके बर्रा लाया गया, जहां दफा 34 में उनका चालान किया गया।