यूपी के 1200 बड़े कारोबारियों पर सीधी नजर रखने की तैयारी में वाणिज्य कर विभाग
वाणिज्य कर विभाग अब हर जोन से 100 सबसे बड़े कारोबारियों को चिह्नित करेगा विभाग के अफसरों का मानना है कि इससे अपने आप सामने आ जाएगा कि किससे माल खरीदा और किसे बेचा जा रहा है ।
कानपुर, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग अब हर जोन में 100 सबसे बड़े कारोबारी चिह्नित करेगा। इनमें से 60 सबसे बड़े कारोबारियों को संयुक्त आयुक्त कार्यपालक के अधीन दिया जाएगा । इसमें 15 कारोबारी सेवा क्षेत्र के होंगे और बाकी 45 माल बेचने वाले। वाणिज्य कर विभाग इन सबसे बड़े कारोबारियों के सहारे पूरे प्रदेश के 1,200 कारोबारियों पर सीधी नजर रखने की तैयारी कर रहा है। अधिकारियों का मानना है कि प्रदेश के इतने बड़े कारोबारियों पर लगातार नजर रख ली गई तो वे किसे बेच रहे हैं और किससे खरीद कर रहे हैं। यह जानकारी तो अपने आप विभाग के पास आ जाएगी और विभाग जब चाहे, उनकी जांच कर सकता है।
वाणिज्य कर आयुक्त ने सभी जोन को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जोन के 100 सबसे बड़े कारोबारियों की सूची बनाए। इसमें मानक तय है कि 60 कारोबारियों को संयुक्त आयुक्त कार्यपालक के अधीन दिया जाएगा ताकि वे सीधे इनकी जांच करते रहें, उनके टैक्स के बारे में जानकारी रखें। बीच में इन कारोबारियों के संबंध में मांगी गई सूचनाओं में गड़बड़ी पर वाणिज्य कर आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए सीधे संयुक्त आयुक्त कार्यपालक को इसके लिए जिम्मेदार बनाया है।
अधिकारियों के मुताबिक बड़े कारोबारियों की खरीद और बिक्री की मिस मैचिंग खत्म कर ली गई तो राजस्व का बड़ा नुकसान बचाया जा सकेगा। इसके अलावा 500 करोड़ के बाद अब 100 करोड़ रुपये की ई-इनवाइस की जो तैयारी की जा रही है, उसमें भी यह तैयारी काम आएगी। अभी से यह साफ हो जाएगा कि किस कारोबारी का कितना कारोबार हो रहा है। चूंकि इन कारोबारियों की हर खरीद बिक्री पर नजर रखी जा सकेगी, इससे वे कारोबारी जो सबसे बड़े कारोबारियों से खरीद बिक्री कर रहे हैं, वे अपने आप ही हमेशा नजर में रहेंगे। इतने बड़े कारोबारी जिनसे खरीद कर रहे होंगे, तो वह दूसरे कारोबारी की अपने आप बिक्री होगी। वह उसे दिखा रहा है या नहीं, इस पर भी नजर रखी जा सकेगी।