झकरकटी बस अड्डे पर अगर आप आएं तो इस बात का जरूर रखें ख्याल, बात आपके काम की
आने वाली बसों को ऊबड़ खाबड़ सड़क पर हिचकोले खाते हुए निकलना पड़ रहा है। गड्ढों की वजह से आये दिन सवारियां गिर कर चुटहिल हो रही है। हाल ही में ब्रेक फेल होने से बस हादसा हो चुका है
कानपुर, जेएनएन। अगर आप झकरकटी बस अड्डे पर बस से सफर करने के लिए आ रहे हैं तो इस बात का विशेष ख्याल रखें नहीं तो मुसीबत में पड़ सकते हैं कोई बड़ा हादसा आपके साथ हो सकता है। हम बात कर रहे है कि उन बेदर्द गड्ढों की जो बस अड्डे पर इतने हैं कि बस तो हिचकोले खाते हुए जाती है साथ ही यात्री भी कई बार इनकी चपेट में आ चुके हैं। इतने गड्ढे हैं कि बसों का निकलना मुश्किल हो रहा है। यहां आने वाली बसों को ऊबड़ खाबड़ सड़क पर हिचकोले खाते हुए निकलना पड़ रहा है। गड्ढों की वजह से आये दिन सवारियां गिर कर चुटहिल हो रही है। हाल ही में ब्रेक फेल होने से बस हादसा हो चुका है इसके बाद भी बस अड्डे की व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। बस हादसे के बाद भी बस अड्डे पर अव्यवस्थाएं बनी हुई हैं।
कई यात्री हो चुके चुटहिल
बस अड्डे पर आने वाले यात्री भी गड्ढों की वजह से कई बार चुटहिल हो चुके है। कई वाहन चालक गिर चुके है लेकिन समस्या का हल नहीं किया गया। हाल ही में झकरकटी पुल से उतरने समय ब्रेक फेल होने से बस की चपेट में आकर दो लोगों की मौत हो गई है। बस चालक ने समझदारी का परिचय देते हुई बस के मुख्य गेट की बजाय आगे की जगह पर मोड़ दिया, अगर बस मुख्य द्वार से अंदर जाती तो बड़ा हादसा हो जाता, स्पीड में आई बस भी गड्ढों की वजह से उलट सकती थी। गड्ढों को लेकर एआरएम ने पत्र भी लिखा है बस हादसे के बाद अतिक्रमण हटाया गया, अवैध टेंपो स्टैंड भी हटा दिया गया, लेकिन गड्ढों को भरने की फिक्र नहीं की गई।
इनका ये है कहना
बस अड्डे पर जगह जगह गड्ढों से परेशानी बनी हुई है। समस्या को दूर कराने तथा जमीन को समतल करने के लिए आरएम को पत्र भेजा है।
राजेश सिंह, एआरएम, झकरकटी बस अड्डा