सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश, समर्थन मूल्य से कम धन न मिले किसानों को
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गल्ला मंडी में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एक महिला किसान से वहां पर मिल रही सुविधा के बारे में पूछताछ की।
By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 03:13 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 05:01 PM (IST)
कानपुर (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज औचक निरीक्षण पर थे। लखनऊ में पुलिस लाइन का निरीक्षण करने के बाद वह सीधा कानपुर पहुंच गये। वहां पर उन्होंने गल्ली मंडी का निरीक्षण किया। इस दौरान उनका फोकस धान क्रय केंद्र पर ही था।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गल्ला मंडी में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एक महिला किसान से वहां पर मिल रही सुविधा के बारे में पूछताछ की। उन्होंने वहां पर केंद्र प्रभारी से कहा कि अगर किसान के धान की नीलामी भी हो तो समर्थन मूल्य से कम धनराशि किसी भी किसान को न मिले। आज उनका प्रदेश में पहले धान क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धान की खरीद समयबद्ध हो और हर किसानों को समर्थन मूल्य से अधिक मिल सके इसके लिए प्रदेश में क्रय नीति को लागू किया गया है। विगत वर्ष में सीधे किसानों से धान और गेहूं की खरीद की गई थी। जो अनुमान से ज्यादा रही थी। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के कमिश्नर और जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी सूरत में किसानों का शोषण न हो और न ही उन्हें परेशान किया जाए। एनएसपी के मुताबिक ही धान की खरीद की जाए जो 1750 रुपये है। छनाई और उतराई के 20 रुपये प्रति कुंतल के लगेंगे जो भुगतान के समय धान के मूल्य में जोड़कर किसान के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए जाएंगे।
इसके लिए मंडी समिति, एफसीआइ, मार्केटिंग विभाग को सक्रिय कर दिया गया है। इस प्रक्रिया से रिकार्ड मात्रा में धान खरीद की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 23 जिंसों का नया एनएसपी घोषित किया है। जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
मॉइस्चर मीटर से मापी धान की नमी
गल्ला मंडी में औचक निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धान क्रय केंद्र के काउंटर पर मौजूद क्षेत्रीय वितरण अधिकारी पवन दत्त आर्य और विपणन निरीक्षक राजकुमार से धान क्रय के बारे में पूछताछ की। इस दौरान कठारा से आयी महिला किसान मिथिलेश यादव का धान देखा और उनसे पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने खुद ही मॉइस्चर मीटर से मिथिलेश के धान की नमी मापी जो 10.3 प्रतिशत निकली।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गल्ला मंडी में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एक महिला किसान से वहां पर मिल रही सुविधा के बारे में पूछताछ की। उन्होंने वहां पर केंद्र प्रभारी से कहा कि अगर किसान के धान की नीलामी भी हो तो समर्थन मूल्य से कम धनराशि किसी भी किसान को न मिले। आज उनका प्रदेश में पहले धान क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धान की खरीद समयबद्ध हो और हर किसानों को समर्थन मूल्य से अधिक मिल सके इसके लिए प्रदेश में क्रय नीति को लागू किया गया है। विगत वर्ष में सीधे किसानों से धान और गेहूं की खरीद की गई थी। जो अनुमान से ज्यादा रही थी। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के कमिश्नर और जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी सूरत में किसानों का शोषण न हो और न ही उन्हें परेशान किया जाए। एनएसपी के मुताबिक ही धान की खरीद की जाए जो 1750 रुपये है। छनाई और उतराई के 20 रुपये प्रति कुंतल के लगेंगे जो भुगतान के समय धान के मूल्य में जोड़कर किसान के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए जाएंगे।
इसके लिए मंडी समिति, एफसीआइ, मार्केटिंग विभाग को सक्रिय कर दिया गया है। इस प्रक्रिया से रिकार्ड मात्रा में धान खरीद की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 23 जिंसों का नया एनएसपी घोषित किया है। जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
मॉइस्चर मीटर से मापी धान की नमी
गल्ला मंडी में औचक निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धान क्रय केंद्र के काउंटर पर मौजूद क्षेत्रीय वितरण अधिकारी पवन दत्त आर्य और विपणन निरीक्षक राजकुमार से धान क्रय के बारे में पूछताछ की। इस दौरान कठारा से आयी महिला किसान मिथिलेश यादव का धान देखा और उनसे पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने खुद ही मॉइस्चर मीटर से मिथिलेश के धान की नमी मापी जो 10.3 प्रतिशत निकली।
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