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कन्नौज: तीन माह से वेतन न मिलने लिपिक था परेशान, सरकारी आवास में फांसी लगाकर दी जान

शुक्रवार की सुबह विकास खंड कार्यालय तेराजाकेट में बने सरकारी आवास में वर्तमान समय में प्रधान सहायक पद पर कार्यरत अशोक सविता ने तीन माह से वेतन न मिलने के कारण परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली जिसकी जानकारी सुबह पड़ोसियों को हुई।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 11:05 AM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 11:05 AM (IST)
घटना के बाद माैके से जानकारी एकत्र करती पुलिस।

कन्नौज, जागरण संवाददाता। तीन माह से वेतन न मिलने से परेशान विकास खंड कार्यालय के लिपिक ने फांसी लगाकर सरकारी आवास में आत्महत्या कर ली।  कर्मियों ने कोतवाली पुलिस को घटना की सूचना दी,  पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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शुक्रवार की सुबह विकास खंड कार्यालय तेराजाकेट में बने सरकारी आवास में वर्तमान समय में प्रधान सहायक पद पर कार्यरत अशोक सविता ने तीन माह से वेतन न मिलने के कारण परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसकी जानकारी सुबह पड़ोसियों को हुई। जिसके बाद पड़ोस के लोगों ने कोतवाली पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे सराय प्रयाग चौकी प्रभारी प्रशांत गौतम एवं थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने लटके हुए शव को नीचे उतरवाया। तलाशी के दौरान कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। परंतु कोई भी पुलिसकर्मी सुसाइड नोट के बारे में जानकारी नहीं दे रहा है। थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि सुसाइड नोट से मृतक की राइटिंग को मिलवाया जाएगा और आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जाएगा। वही कुछ ब्लाक कर्मियों ने बताया कि अशोक सविता तेराजाकेट कार्यालय में स्थापना लिपिक पद पर कार्यरत थे। जिनको एक माह पूर्व प्रधान सहायक के पद पर पदोन्नत कर कन्नौज भेज दिया गया, उनको तीन महीने से वेतन नहीं मिला था। कर्मियों ने बताया कि अशोक सविता बलिया जनपद के मूल निवासी थे। वेतन न मिलने के कारण काफी दिनों से परेशान थे।


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