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स्वच्छता सर्वेक्षण: कागजों में खुले में शौच मुक्त कानपुर, लेकिन बंद पड़े शौचालय खोल रहे पोल

शहर को कागज में जरूर खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) कर दिया गया है लेकिन सुबह हकीकत कुछ अलग दिखती है। शौचालय बने हैं लेकिन बंद पड़े हैं। ऐसे में लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। आला अफसरों को कर्मचारी कागजों में सब कुछ दुरुस्त दिखा रहे हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 11:50 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 11:50 AM (IST)
नगर निगम मुख्यालय में ही बने शौचालयों में पड़ा ताला।

कानपुर, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को पछाड़ने के लिए नगर निगम कागजी कार्रवाई जरूर कर रहा है, लेकिन हकीकत में व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। शहर को कागज में जरूर खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) कर दिया गया है, लेकिन सुबह हकीकत कुछ अलग दिखती है। शौचालय बने हैं, लेकिन बंद पड़े हैं। ऐसे में लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। आला अफसरों को कर्मचारी कागजों में सब कुछ दुरुस्त दिखा रहे हैं। इसकी बानगी देखनी है तो नगर निगम मुख्यालय मोतीझील आ जाइए। यहां तीन शौचालय और एक पेशाबघर बना हुआ है। स्वरूप नगर से आते समय मैदान से लगा शौचालय बंद है तो कारगिल पार्क में बना शौचालय भी बंद है। अशोक नगर की तरफ बना ङ्क्षपक शौचालय केवल महिलाओं के लिए बना है, लेकिन पुरुष जाते हैं। नगर निगम मुख्यालय के पीछे बना पेशाबघर गंदा होने के चलते उसमें कोई नहीं जाता है। यह स्थिति नगर निगम मुख्यालय से सौ मीटर के भीतर की स्थिति है तो शहर में क्या हाल होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

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कारगिल पार्क मोतीझील में परिवार के साथ घूमने आए अंकुर त्रिवेदी ने बताया कि शौचालय बना है, लेकिन बंद पड़ा है। इसके चलते बाहर जाना पड़ा। कर्मचारियों ने बताया कि कई माह से बंद है। कई बार अफसरों से ठीक करने के लिए कहा गया है, लेकिन आज तक नहीं ठीक हो पाया है। रामादेवी से मोतीझील घूमने परिवार के साथ आए राजेंद्र सिंह ने बताया कि पिंक शौचालय महिलाओं के लिए होते हैं, यहां पर पुरुष जाते हैं।

यहां पर भी बंद शौचालय: किदवईनगर, नवाबगंज, भैरोघाट, गीता नगर समेत कई जगह शौचालय बंद पड़े हैं। शौचालयों के बाहर लोगों ने कब्जा कर रखा है। कमला नेहरू पार्क जवाहर नगर में महिलाओं के लिए पेशाबघर बनाया गया है, जिसके आगे दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है इसके चलते महिलाएं नहीं जा पाती हैं।

पेशाबघर गंदे पड़े: ग्वालटोली, जरीब चौकी जीटी रोड, आर्य नगर, बेनाझाबर समेत कई जगह बने पेशाबघर सफाई नहीं होने के कारण गंदे पड़े हैं। सफाई के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है।

यहां पर बनाए जाएं शौचालय: जरीब चौकी से चुन्नीगंज तक एक भी शौचालय नहीं है। चुन्नीगंज से मालरोड के बीच, लेनिन पार्क पीरोड से 80 फीट रोड समेत कई जगह शौचालय नहीं है।  

शौचालयों का हाल

532 - सामुदायिक और पब्लिक शौचालय

08 - एसी शौचालय

200 - पेशाबघर

बंद शौचालय होंगे चालू, हटेगा अतिक्रमण

स्वच्छ भारत अभियान के प्रभारी व अधिशासी अभियंता आरके सिंह ने बताया कि बंद शौचालय चालू कराए जाएंगे। साथ ही शौचालयों के आसपास का अतिक्रमण हटाया जाएगा। फिर से लगाने वालों पर जुर्माना लगेगा। पेशाबघरों में जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है।

क्या बोले जिम्मेदार: खुले में शौच मुक्त को लेकर अगले हफ्ते बैठक करेंगे। जहां पर शौचालयों की जरूरत है वहां पर बनवाएं जाएगे और बंद शौचालय चालू कराए जाएगे। - शिव शरणप्पा जीएन, नगर आयुक्त

मै भी स्वच्छता प्रहरी: कचहरी परिसर को साफ रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है। डस्टबिन रखे जाएंगे ताकि लोग गंदगी उसी में डालें। आने वालों को भी शहर स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया जाएगा।- बलजीत सिंह यादव, अध्यक्ष बार एसोसिएशन


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