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स्लिम होने के लिए अब जिम नहीं शहरवासियों ने पकड़ी भारतीय परंपरा की राह

कोविड से लड़ने में शहरवासियों के लिए योग व व्यायाम धारदार हथियार बन रहा है इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी लोगों की मदद कर रहा है। लॉकडाउन के समय लोगों ने घर को ही योगशाला बना दिया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 07:32 PM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 07:32 PM (IST)
स्लिम होने के लिए अब जिम नहीं शहरवासियों ने पकड़ी भारतीय परंपरा की राह
घरों में लोगों ने योग करना शुरू कर दिया है।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना ने लोगों को घरों में कैद किया तो घर को योगशाला भी बना दिया। जी हां,लॉकडाउन व अनलॉक दोनों ही दौर में आम जनमानस की दिनचर्या में जो सबसे बड़ा बदलाव आया है, वह है लोगों का रुझान योग व व्यायाम की तरफ होना। हालांकि शहर में धीरे धीरे जिम भी खुलने लगे हैैं, लेकिन अब जिम नहीं बल्कि योग से स्लिम होने की चाहत लोगों में बलवती हुई है।

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डाक्टरों व विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड संक्रमण से लडऩे के लिए इम्यूनिटी बूस्टर की भूमिका को अहम माना है और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भारतीय ज्ञान परंपरा की धुरी योग से बेहतर कोई अन्य तरीका नहीं हो सकता। इसका जीता जागता उदाहरण यह है कि, जो शहरवासी सुबह उठते ही जिम जाने के लिए तैयार होने लगते थे वे आज परिवार संग योग करते हैैं।

विश्व योग फेडरेशन के सचिव शोभित पांडेय ने बताया कि पहले शहर के कुछ ही लोग योग के महत्व को समझते थे। अब योग ज्यादातर घरों की कहानी है। प्रात: बेला में पक्षियों की चहचहाट के बीच लोगों को पार्कों में अनुलोम -विलोम, ध्यान व आसन करते देखा जा सकता है। योग की अपेक्षा जिम में कई हजार रुपये पैकेज के रूप में देने पड़ते थे,लेकिन योग सहज,सरल व संवेदनशील है जिससे अन्तरात्मा के साथ ही शरीर भी शुद्ध व स्वस्थ होता है। पतंजलि ने योग सूत्र में कहा है-योगस्चित्त वृत्ति निरुद्ध: अर्थात योग से चित्त की वृत्तियां ठहर जाती हैैं। निरुद्ध हो जाती हैैं जिससे मन में उठने वालीं तरंगों के शांत होने से आनंद की प्राप्ती होती है।

बोले योगाचार्य

  • संक्रमण से पहले लोग योग को निश्शुल्क सीखने से भी कतराते थे। अब खुद बुलाकर योग प्रशिक्षकों को पैसे देकर उनसे योग सीख रहे हैैं। यह खुशी की बात है कि योग के महत्व को लोग समझने लगे हैैं हैं। -रानी तिवारी, राष्ट्रीय योगाचार्य।
  • आजकल शहर के ज्यादातर पार्क व अपार्टमेंट योग से गुलजार दिख रहे हैं। अब योगाचार्य बेरोजगार नहीं, बल्कि अपनी दीक्षा से दूसरों के साथ अपना जीवन भी संवार रहे हैं। -रीना, पांडेय, योगाचार्य

जिम में भी आने लगी पब्लिक

मॉलरोड, स्वरूप नगर, गुमटी, कल्याणपुर, जरौली सहित शहर के ज्यादातर जिम में कोविड नियमों का पालन करवाते हुए सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश देना शुरू कर दिया है। मिस एशिया मॉडल प्राची दीक्षित के मुताबिक जिमों में इम्यूनिटी को बेहतर करने वाली एक्सरसाइज कराई जा रही है। जल्द ही योग व जुंबा क्लास भी शुरू होंगी।  


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