चित्रकूट में डकैत गौरी ने वन विभाग के वाचरों को पीटा और चेेकडैम का निर्माण रुकवाया, इलाके में पुलिस कांबिंग शुरू
वन विभाग की ओर से बहिलपुरवा थाना क्षेत्र में ददरी के पास करीब पांच लाख लागत से नाले पर चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है। रविवार की शाम वाचर मथुरा प्रसाद निवासी जमुनिहाइ और वंशीलाल बिलहरी काम करा रहे थे।
कानपुर, जेएनएन। ढाई लाख रुपये के इनामी डकैत गौरी यादव ने असलहों से लैस साथियों के साथ रविवार शाम बहिलपुरवा थानाक्षेत्र में ददरी के पास बन रहे वन विभाग के चेकडैम पर धावा बोलकर वॉचरों को पीटा। इसके बाद निर्माण रुकवा दिया। दहशतजदा वॉचर पूरी रात घर पर ही इलाज कराते रहे। सोमवार सुबह पुलिस टीमें डकैतों की तलाश में जंगल में उतरीं हैं। एक सप्ताह के अंदर यह दूसरी घटना है, जब डकैत गौरी ने निर्माण बंद कराकर रंगदारी मांगी है।
ददरी के पास नाले में करीब पांच लाख रुपये लागत से वन विभाग चेकडैम का निर्माण करा रहा है। मारकुंडी रेंज के रेंजर रमेश कुमार यादव व बीट इंचार्ज विनोद कुमार की देखरेख में ये काम वॉचर मथुरा प्रसाद निवासी टिकरिया जमुनिहाई और वंशीधर निवासी बिलहरी करा रहे हैं। रविवार शाम करीब चार बजे दोनों वॉचर साइट पर थे, तभी डकैत गौरी यादव चार साथियों के साथ असलहों से लैस होकर पहुंचा। दोनों वॉचर और मजदूरों को जमकर पीटा। बिना रंगदारी दिए काम नहीं कराने की चेतावनी दी। डकैतों से पिटने के बाद दोनों वॉचर रात में घर पहुंचे और देशी इलाज कराया। देर रात उन्होंने बीट इंचार्ज को घटना बताई। सोमवार सुबह डीएफओ कैलाश प्रकाश अन्य स्टाफ के साथ मारकुंडी रेंज पहुंचे। उन्होंने बताया कि घटना के बाद वॉचर काफी डरे सहमे हैं। इसीलिए देर में जानकारी दे सके। डकैत गौरी यादव के खिलाफ तहरीर दी गई है। एसपी अंकित मित्तल ने बताया कि तहरीर मिली है। एक वॉचर डकैत गौरी के गांव बिलहरी का ही है। इसलिए आपसी विवाद की भी आशंका है। मामले की जांच कराई जा रही है। बहिलपुरवा थाना प्रभारी दीन दयाल और मारकुंडी रमेशचंद्र को फोर्स के साथ जंगल में कांबिंग कर रहे हैं। जल्द ही सच्चाई सामने लाकर डकैत को जेल भेजा जाएगा।