173 असलहा फाइल गायब होने पर लिपिक को चार्जशीट, सीबीसीआइडी जांच की हो चुकी सिफारिश
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और दिवंगत पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण की भी असलहा फाइल थी बिकरू कांड की जांच कर रही एसआइटी भी असलहा फाइल गायब होने के मामले में सीबीसीआइडी जांच की सिफारिश कर चुकी है।
कानपुर, जेएनएन। दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और दिवंगत पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण समेत 173 लोगों के असलहा की फाइल गायब होने के मामले में आरोपित लिपिक विजय रावत को चार्चशीट दी गई है। विजय अभी एसीएम कार्यालय में तैनात है। जब यह फाइल गायब हुई थी तो तब शस्त्र अनुभाग में वही तैनात था।
विजय के विरुद्ध बिकरू कांड की जांच कर रही एसआइटी ने भी सीबीसीआइडी से जांच कराने की सिफारिश की थी। जल्द ही यह जांच शुरू होगी। आठ साल पहले कानपुर देहात से विकास दुबे, दिवंगत पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण समेत दो सौ से अधिक लोगों के असलहा फाइलें कानपुर देहात से लाई गई थीं। सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद जब विकास दुबे को मुठभेड़ में मारा गया तो इस मामले की जांच एसआइटी को दी गई।
एसआइटी ने जब असलहा से जुड़ी फाइलें मांगी तो पता चला कि फाइलें गायब हो गई हैं। इस मामले में तत्कालीन असलहा लिपिक एवं वर्तमान में एसीएम टू के पेशकार विजय रावत से पूछताछ की गई तो उसने भी फाइलों के बारे मेंं अनभिज्ञता जाहिर की। इसके बाद विजय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया। एडीएम सिटी अतुल कुमार ने बताया कि विजय के विरुद्ध चार्जशीट दी गई है।