CBSE Board : इतिहास व राजनीति विज्ञान में बदला पाठ्यक्रम, प्रश्न पत्र का प्रारूप भी होगा अलग
10वीं में दोनों विषयों से हटाए गए कई अध्याय पाठ्यक्रम कम होने से छात्रों को मिलेगी काफी राहत।
कानपुर, जेएनएन। सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई करने वाले 10वीं के छात्र-छात्राओं के लिए राहतभरी खबर है। आगामी शिक्षा सत्र में इतिहास व राजनीति विज्ञान विषय का पाठ्यक्रम बदला हुआ होगा। दोनों ही विषयों में कई अध्याय हटा लिये गए हैंै। स्कूलों से जुड़े विषय विशेषज्ञों व प्रधानाचार्यों का कहना है कि पाठ्यक्रम कम होने से छात्रों को काफी राहत मिलेगी। पाठ्यक्रम के साथ ही वर्ष 2021 में छात्र-छात्राएं जो पेपर देंगे, उसका भी प्रारूप बदला होगा। प्रश्न इस तरह से पूछे जाएंगे कि छात्र बिना किसी तनाव के जवाब दे सकें।
इतिहास में ये बदलाव दिखेंगे
पहले थे ये अध्याय
सेक्शन एक: द राइज ऑफ नेशनलिज्म इन यूरोप, नेशनलिज्म इन इंडिया, नेशनलिज्म इन इंडो-चाइना।
सेक्शन दो : मेकिंग ऑफ द ग्लोबल वल्र्ड, एज ऑफ इंडस्ट्रीलाइजेशन, राइटिंग एंड सिटी लाइफ।
सेक्शन तीन : नॉवेल सोसाइटी व द प्रिंट कल्चर।
ये अध्याय हटाए गए
सेक्शन एक: नेशनलिज्म इन इंडो-चाइना।
सेक्शन दो: राइटिंग एंड सिटी लाइफ।
सेक्शन तीन: नॉवेल सोसाइटी।
राजनीति विज्ञान में होगा ये बदलाव
पॉपुलर स्ट्रगल्स एंड मूवमेंट, डेमोक्रेसी एंड डायवर्सिटी व चैलेंज टू डेमोक्रेसी अध्यायों से बोर्ड परीक्षा में कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा। स्कूलों में होने वाले यूनिट टेस्ट में इन अध्यायों से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। राजनीति विज्ञान में कुल आठ अध्याय पढ़ाए जाएंगे।
ऐसा होगा पेपर का प्रारूप
एक अंकों के 20 सवाल पूछे जाएंगे। तीन अंकों के आठ सवाल व पांच अंकों के छह प्रश्न आएंगे। छह अंकों का मानचित्र संबंधी सवाल होगा।
इनका ये है कहना
सीबीएसई ने 10वीं कक्षा में इतिहास व राजनीति विज्ञान विषय में कुछ अध्यायों को हटाया है। निश्चित तौर पर छात्र-छात्राओं को इसका फायदा मिलेगा। उन्हें अब रटना नहीं पड़ेगा।
-अंशिता श्रीवास्तव, शिक्षिका फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल
छात्र हित में सीबीएसई हमेशा ही सार्थक कदम उठाता है। 10वीं में जो इतिहास व राजनीति विज्ञान विषय का पाठ्यक्रम बदला है, उससे छात्रों को विषय आसान लगेगा। सवालों के प्रारूप को भी सरल कर दिया गया है।
-प्रियंवदा चौहान, शिक्षिका डीपीएस कल्याणपुर