Chamoli Tragedy के बाद फर्रुखाबाद में सामान्य तरीके से चल रही राम नगरिया, तस्वीरें देखकर जानें हाल
Chamoli Tragedy सामान्य गतिविधियों में लिप्त रहे गंगा किनारे कल्पवास कर रहे लोग। बड़े संतों को जिला प्रशासन ने किया अलर्ट खुद भी कर रहे निगरानी। सोमवार को सुबह से ही रामनगरिया में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं ने नियमित रूप से स्नान ध्यान किया।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। Chamoli Tragedy उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने की घटना के दूसरे दिन जिले के पांचाल घाट पर बसी रामनगरिया (माघ मेले) में श्रद्धालुओं ने सामान्य दिनचर्या व्यतीत की। हालांकि गंगा का जलस्तर के प्रति सभी लोग सचेत हैं। मेले में कल्पवास कर रहे बड़े संतों को जिला प्रशासन द्वारा पहले ही अलर्ट किया जा चुका है। प्रशासन द्वारा गंगा का जलस्तर मापना भी शुरू कर दिया गया है। सोमवार को गंगा का जलस्तर 134.20 मीटर दर्ज किया गया।
सोमवार को सुबह से ही रामनगरिया में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं ने नियमित रूप से स्नान ध्यान किया। दो संत समूहों ने अपनी शोभायात्रा भी निकाली। दिन चढ़ते ही आसपास के इलाकों से भी लोगों की भीड़ मेला क्षेत्र में पहुंचनी शुरू हो गई। लोगों में किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं थी। हालांकि बड़े संत अपने पास आने वाले श्रद्धालुओं को सचेत कर रहे थे। मेला में कल्पवास कर रहे जूना अखाड़े के मनोज भारती ‘बब्बा गुरु’ ने बताया कि गंगा मइया सब की रक्षा करेंगी। सब कुछ शांत हैै, लेकिन वह सचेत हैं। अपने पास आने वाले श्रद्धालुओं को भी सचेत कर रहे हैं। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि मोबाइल पर समाचार देख रहे हैं। उत्तराखंड में ही पानी रोक लिया गया है।
पांटून पुल की भी निगरानी हुई तेज
रामनगरिया मेले में आने वाली भीड़ के कारण इटावा-बरेली हाईवे पर जाम न लगे, इसलिए इस बार गंगा में एक पांटून पुल भी बनाया गया है। ग्लेशियर फटने के कारण कहीं जलस्तर तेजी से बढ़ा तो उस पुल को कहीं कोई नुकसान न पहुंचे, इस कारण सेतु निगम ने ठेकेदार को अलर्ट किया। पुल के पास मौजूद ठेकेदार के कर्मचारी मो. जावेद निवासी समैचीपुर चितार ने बताया कि उन्हें ठेकेदार ने रात में ही बुला लिया था। उनकी टीम में नसरुद्दीन, आरिफ, कमाल शेर, आकुर शेर आदि लोग हैं। वह लोग पूरी तैयारी से आए हैं। जावेद ने बताया कि गंगा का जलस्तर कल से बढ़ा है।
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