Fraud ITC: 100 करोड़ का चूना लगाने वाली तीन दर्जन फर्मों पर सीजीएसटी का छापा
देश भर में सीजीएसटी के छापों के क्रम में कार्रवाई की गई जिसमें एक भी फर्म अपने पंजीकृत स्थान पर नहीं मिलीं है। यही अस्तित्वहीन फर्में फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना लगा रही हैं।
कानपुर, जेएनएन। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के राजस्व का चूना लगाने वाली तीन दर्जन से अधिक फर्मों पर केंद्रीय माल एवं सेवाकर (सीजीएसटी) की टीमों ने छापा मारा लेकिन एक भी फर्म अपने पंजीकृत स्थान पर नहीं मिली। ये छापे देशभर में सीजीएसटी के चल रहे छापों के क्रम में ही मारे गए हैं।
फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) के क्लेम से लगातार हो रहे राजस्व के नुकसान को देखते हुए सीजीएसटी ने दीपावली से देशभर में अभियान चला रखा है। इसके तहत ऐसे सभी प्रतिष्ठानों मेें छापे मारे जा रहे हैं, जहां फर्जी तरीके से आइटीसी का क्लेम लिया जा रहा है। सीजीएसटी ने स्थानीय स्तर पर भी कार्रवाई शुरू की लेकिन अब तक जितने भी फर्म संदिग्ध मिलीं, उनमें से एक भी अपने पंजीकृत स्थान पर नहीं मिली। इससे पूरी तरह साफ हो गया कि ये फर्म पूरी तरह अस्तित्वहीन हैं और सिर्फ आइटीसी हड़पने के लिए इन्हें पंजीकृत कराया गया।
इस अभियान को सीजीएसटी के अधिकारी पूरी तरह अपने स्तर पर चला रहे हैं, इसमें वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों का कोई सहयोग नहीं लिया जा रहा है। शहर में जिन तीन दर्जन स्थानों पर कार्रवाई की जा चुकी है, वहां के पते पर अपने प्रतिष्ठान का पंजीयन कराने वाली फर्म 100 करोड़ रुपये से ऊपर का चूना लगा चुकी हैं। अधिकारियों के मुताबिक देशभर में कुछ लोग रैकेट बनाकर कार्य कर रहे हैं, वे एक राज्य से दूसरे राज्य में खरीदारी और बिक्री दिखाते रहते हैं लेकिन वास्तव में कोई खरीद या बिक्री नहीं होती। यह सारा खेल सिर्फ फर्जी तरीके से आइटीसी क्लेम करने के लिए होता है। इनका मास्टर माइंड देश के किसी और राज्य में बैठा होता है। इसमें सीजीएसटी विभाग को केंद्रीय स्तर से इनपुट भी मिल रहा है, जिसके आधार पर जांच के स्थानों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
- -सीजीएसटी का जांच अभियान चल रहा है। अब तक की कार्रवाई में सभी फर्म अस्तित्वहीन पाई गई हैं। -पीके कटियार, आयुक्त, सीजीएसटी, कानपुर आयुक्तालय