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पत्नी और चालक को बचाकर शहीद हुए कैप्टन, गार्ड आफ आनर के साथ कानपुर में हुआ अंतिम संस्कार

लेह में तैनात कैप्टन अभिषेक की जिप्सी खाई में गिरने से हादसा हो गया। पार्थिव शरीर पैतृक आवास कानपुर चेकरी आने के बाद गार्ड आफ आनर के साथ सिद्धनाथ घाट में अंतिम संस्कार किया गया और लोगों ने नम आंखों से विदाई दी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 10:28 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 10:28 AM (IST)
पत्नी और चालक को बचाकर शहीद हुए कैप्टन, गार्ड आफ आनर के साथ कानपुर में हुआ अंतिम संस्कार
कानपुर में पैतृक आवास लाया गया पार्थिव शरीर।

कानपुर, जागरण संवाददाता। लेह में पत्नी और जिप्सी चालक की जान बचाकर शहीद हुए कैप्टन अभिषेक मिश्रा का पार्थिव शरीर रविवार को चकेरी के आदर्श विहार स्थित उनके घर लाया गया। शहर ने कैप्टन की शहादत पर उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। अंतिम यात्रा में लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ घाट में गार्ड आफ आनर के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। गौरतलब है कि गत 14 जनवरी को पेट्रोलिंग के दौरान कैप्टन की जिप्सी अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी।

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मूलरूप से कन्नौज के तालग्राम निवासी 29 वर्षीय अभिषेक मिश्रा सेना की 51 आरसीसी यूनिट में कैप्टन थे। उनके पिता संतोष मिश्रा चकेरी एयरफोर्स स्टेशन में एमडब्लूओ (मास्टर वारंट अफसर) हैं। मां राजलक्ष्मी गृहिणी और बड़े भाई अविनाश चेन्नई की एचडीएफसी बैंक में जोनल हेड हैं। वर्तमान में उनका परिवार चकेरी के आदर्श विहार में रहता है।

स्वजनों के मुताबिक, कैप्टन अभिषेक की तैनाती लेह में थी। उनकी पत्नी श्रीलेखा भारथा भी श्रीनगर में कैप्टन के पद पर तैनात हैं। बीती 14 जनवरी को अभिषेक पत्नी श्रीलेखा और जिप्सी चालक डोलतड़े कुमार के साथ इलाके में पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस बीच, अजुम इलाके में बर्फबारी के दौरान उनकी जिप्सी अनियंत्रित होकर खाई में गिरने लगी। अभिषेक ने फौरन पत्नी व चालक को जिप्सी से कूदने को कहा। पत्नी ने मना किया लेकिन अभिषेक ने जिद करके दोनों को जबरन नीचे कुदवा दिया। इसके बाद, जिप्सी 50 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। आनन-फानन में सेना ने सर्च आपरेशन चलाकर कैप्टन अभिषेक को गंभीर हालत में बाहर निकाला। शनिवार को उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।

एक साल पहले हुआ था विवाह : अभिषेक के दोस्त आशीष त्रिपाठी ने बताया कि नवम्बर 2020 में अभिषेक का विवाह हुआ था। दोनों पहले से एक दूसरे को जानते थे। शादी के बाद अभिषेक की तैनाती लेह में थी। कुछ दिनों पहले अभिषेक ने बातचीत के दौरान छुट्टी मिलने पर पत्नी के साथ घर आने की बात कही थी।

2016 में सेना में भर्ती हुए : मामा एसके अवस्थी ने बताया कि अभिषेक बचपन से ही सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने की बात करते थे। उनकी शिक्षा केंद्रीय विद्यालय में हुई थी। वह 2016 में एनडीए के जरिए सेना में भर्ती हुए थे।

सांसद, डीएम ने दी श्रद्धांजलि : सांसद सत्यदेव पचौरी, पूर्व विधायक रघुनंदन भदौरिया, विधायक सोहेल अंसारी ने घर पहुंचकर कैप्टन अभिषेक को श्रद्धांजलि अर्पित की। सिद्धनाथ घाट में सतीश महाना, जिलाधिकारी विशाख जी, डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने भी श्रद्धांजलि दी। मेजर एलएस चंदेल, लेह में तैनात कैप्टन गौरव, कैप्टन अतुल समेत अभिषेक के दोस्तों और स्वजन मौजूद रहे। बड़े भाई अविनाश ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी।


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