लीकेज के चलते जलसंकट, पानी कम होने से मोतीझील में मरी मछलियां
लोअर गंगा कैनाल के पाइप में लीकेज से जलापूर्ति प्रभावित होने से मोतीझील के कारगिल पार्क में पानी कम हो गया है। इससे मछलियां मर रही हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर: लोअर गंगा कैनाल के पाइप में लीकेज से जलापूर्ति प्रभावित हो रही है। इसके कारण तीन दर्जन मोहल्लों में रहने वाले तीन लाख लोग जल संकट झेल रहे हैं। लीकेज ठीक करने के लिए मोतीझील स्थित कारगिल पार्क के जलाशय में पानी कम कराया गया है। इससे दर्जनों मछलियां भी मर गई हैं। लोगों ने लापरवाही का आरोप लगाकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।
लोअर गंगा कैनाल से पाइप के माध्यम से जलकल को रोज पांच करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति होती है। लीकेज के चलते कई दिनों से जलापूर्ति बंद है। इससे जलकल मुख्यालय बेनाझाबर से तीन दर्जन इलाकों में लो प्रेशर से पानी जा रहा है। पाइप लाइन कारगिल पार्क में स्थित जलाशय के नीचे से निकली है। ऐसे में लीकेज ठीक करने के लिए जलाशय का पानी कम कराया गया है। इससे छोटी-छोटी दर्जनों मछलियां मर गई हैं। सोमवार को यहां टहलने आने वाले लोगों ने कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी। इससे पहले भी कई बार जलाशय में पानी कम होने से मछलियां मर चुकी हैं। जलकल महाप्रबंधक आरबी राजपूत ने मछलियां मरने की जानकारी मिली है। परियोजना प्रबंधक से जलाशय में पानी छोड़ने को कहा है। इन इलाकों में पानी का संकट
दर्शनपुरवा, प्रेमनगर, गांधीनगर, जवाहर नगर, रामबाग, आरके नगर, कौशलपुरी, गुमटी नंबर पांच, पीरोड, ग्वालटोली, सूटरगंज, आर्यनगर समेत कई जगह लो प्रेशर से जलापूर्ति होने के कारण ऊपरी मंजिल में पानी नहीं चढ़ पा रहा है इसके चलते लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। लोअर गंगा कैनाल भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी
भ्रष्टाचार के चलते लोअर गंगा कैनाल से आपूर्ति के लिए डाली गई घटिया पाइपलाइन पूरी क्षमता से पानी नहीं दे पा रही है। वर्ष 2011 में ये पाइपलाइन डाली गई थी। दावा था कि इससे जलकल को दस करोड़ लीटर पानी मिलेगा, लेकिन वर्तमान में पांच करोड़ लीटर ही मिल पा रहा है।