Move to Jagran APP

आजादी के लिए युवाओं में जोश भरने कन्नौज आए थे नेताजी, युवाओं को हीरोज ऑफ कन्नौज का खिताब दिया

आजादी के लिये लड़ाई का जज्बा रखने वाले युवाओं में जोश भरने के लिये नेताजी सुभाषचंद्र बोस 1940 में इत्र की नगर कन्नौज आए थे। यहां युवाओं में जोश भरने के साथ ही उन्होंने यहां के युवाओं को हीरोज ऑफ कन्नौज का नाम भी दिया था।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 04:05 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 05:40 PM (IST)
आजादी के लिए युवाओं में जोश भरने कन्नौज आए थे नेताजी, युवाओं को हीरोज ऑफ कन्नौज का खिताब दिया
कन्नौज आगमन के दौरान नेता जी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर।

कन्नौज, जेएनएन। इत्र की खुशबू से महकने वाली कन्नौज की धरा कई स्वर्णिम पलों की गवाह है। अतीत के इन पलों कों याद कर हर कोई गौरवान्वित हो जाता है। चाहे वो आजादी के आंदोलन के समय यहां महात्मा गांधी का आना हो या फिर लाल बहादुर शास्त्री का दौरा। एक यादगार पल नेताजी सुभाषचंद्र बोस के यहां आगमन का भी है। 1940 में उन्होंने यहां आकर युवाओं में जोश भरा। युवाओं को हीरोज ऑफ कन्नौज नाम से नवाजा।

loksabha election banner

वर्ष 1938 में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में नेताजी ने पट्टाभिसीता रमैया को हराया था। इस हार से गांधी जी दुखी हुए। उन्होंने यह कह दिया कि रमैया की हार, मेरी हार है। इस पर नेताजी ने न सिर्फ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया बल्कि कांग्रेस को ही छोड़ दिया था।

इसके बाद उन्होंने राजनीतिक दल फारवर्ड ब्लाक की स्थापना की और भारत भ्रमण पर निकले। उनकी इस यात्रा का गवाह कन्नौज भी बना। 1940 में वह कन्नौज आए। इतिहासकार बताते हैं कि नेताजी के कांग्रेस छोड़ने पर कांग्रेसी उनके स्वागत को तैयार नहीं हुए थे।

इस पर कन्नौज के युवकों ने आजाद नवयुवक संघ नाम के संस्था का गठन किया। इसमें रामगोपाल शुक्ला, जगदीश चंद्र दुबे, प्रकाश अग्निहोत्री, राधे श्याम तिवारी आदि लोग थे। नेताजी पहुंचे तो इन सभी ने उनका जोरदार स्वागत किया। नेताजी को मकरंद नगर स्थित जीआइसी हवेली में ठहराया गया था।

फूलमती देवी मंदिर के परिसर में उन्होंने सभा की। उन्होंने राष्ट्रहित को सर्वाेपरि बताया। सभा में उन्हेंं सुनने के लिए हजारों लोग पहुंचे थे। मंच से ही नेताजी ने आजाद नवयुवक संघ के युवाओं हीरोज ऑफ कन्नौज का नाम दिया। बताते हैं कि इसी से प्रेरणा लेकर उन्होंने आजाद हिंद फौज बनाई थी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.