CAA Violence Kanpur: नाम बदलकर दूसरे राज्यों में रह रहे नौ आरोपित, अभी 12 हैं फरार
सीएए के विरोध में प्रदर्शन के दौरान 20 दिसंबर 2019 को हुई हिंसा के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें 25 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अभी तीन इनामी समेत कुल 12 आरोपितों को पुलिस तलाश रही है।
कानपुर, जेएनएन। बाबूपुरवा में एनआरसी और सीएए के विरोध में हुए बवाल के दर्ज मुकदमे में कई आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। इनमें कई इनामी शामिल हैं। फरार चल रहे आरोपितों की छानबीन में लगी पुलिस को पता चला है कि नौ वांछित नाम बदलकर दूसरे राज्यों में रह रहे हैं। पुलिस अब इनको पकडऩे की तैयारी कर रही है।
बाबूपुरवा इलाके में 20 दिसंबर 2019 को एनआरसी और सीएए के विरोध में बवाल हुआ था। अराजक तत्वों ने दंगा भड़काने का काम किया था। सरकार विरोधी नारेबाजी कर पुलिस पर फायङ्क्षरग की गई। एसिड बम फेंकने के साथ पथराव हुआ था। पुलिस ने आठ नामजद अजीतगंज के परवेज आलम, बाबूपुरवा कॉलोनी निवासी शहजाद आलम, बेगमपुरवा के आदिल, मुस्तकीम, बेगमपुरवा सफेद कॉलोनी के मोहम्मद ताहा, बेगमपुरवा के अब्दुल माबूद, अजीतगंज के फैसल शकील, मुंशीपुरवा के एजाज उर्फ मोहम्मद राशिद व पांच हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
बाद में करीब 36 अन्य और लोगों के नाम प्रकाश में आए थे जिन्हें पुलिस ने दर्ज मुकदमे में शामिल किया। पुलिस ने कई आरोपितों को गुंडा एक्ट और गैंगस्टर की कार्रवाई कर जेल भेजा था। अब तक 25 आरोपितों को गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें 25 हजार रुपये के इनामी भी शामिल हैं। अभी तीन इनामी समेत 12 आरोपित फरार हैं। थाना प्रभारी बाबूपुरवा जनार्दन प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि नौ फरार आरोपितों के बारे में पता चला है कि वे नाम बदल कर दूसरे राज्यों में रह रहे हैं। उनको जल्द पकड़ा जाएगा।
इन पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई
पुलिस ने आदिल पुत्र शकील, अब्दुल माबूद और आदिल पुत्र शोएब के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की है।
गैंगस्टर की कार्रवाई
बजरिया नगर निगम कॉलोनी के मोहम्मद उमर, कुली बाजार के मोहम्मद वासिफ, सरवर आलम, बाराबंकी के मोहम्मद कसीम, बेगमपुरवा के फैजान खान, बाबूपुरवा के शाबिर सिद्दकी, बगाही के दिलशाद उर्फ शानू, बाबूपुरवा के मोहम्मद अकील, अकरम, हम्माद, अजीतगंज के हसीन उर्फ ईशू के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है।
22 आरोपित छूटे चुके जेल से
36 आरोपितों में पुलिस ने छह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कराया है। 22 आरोपित जेल से छूट चुके हैं। मौजूदा समय में तीन आरोपित जेल में हैं।