मानसिक तनाव के कारण परेशान होकर नवाबगंज में व्यापारी नेता ने फांसी लगाकर मौत को लगाया गले
डेढ़ माह पूर्व पत्नी की हो गई थी मौत तब से डिप्रेशन में चल रहे थे व्यापारी। सुबह बेटा जगाने पहुंचा तो हुई जानकारी मौके पर नहीं मिला सुसाइड नोट। 14 वर्ष पूर्व संतोष का एक्सीडेंट हो गया था।
कानपुर, जेएनएन। नवाबगंज थानाक्षेत्र के मौनी घाट संजयपुरम निवासी 48 वर्षीय व्यापारी नेता संतोष कुमार गुप्ता ने मानसिक तनाव के चलते फांसी लगा ली। शनिवार सुबह स्वजन जब उन्हें जगाने पहुंचे तो शव पंखे से नायलॉन की रस्सी के सहारे लटका देखा। सूचना पर पुलिस ने आकर छानबीन की, लेकिन कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
14 वर्ष पूर्व हुए हादसे में पैर पर आई थी चोटें
संतोष कुमार गुप्ता का मौनी घाट स्थित घर पर ही किराना का होलसेल का कारोबार है और वह आर्यनगर व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी थी। उनके भाई संजय गुप्ता ने बताया कि 14 वर्ष पूर्व संतोष का एक्सीडेंट हो गया था। तब से उनका एक पैर डैमेज था। घर पर ही रहकर कारोबार करते थे। डेढ़ माह पूर्व उनकी पत्नी डिंपल का अचानक निधन हो गया था। इसके बाद से संतोष डिप्रेशन में और बीमार रहने लगे थे। शुक्रवार रात खाना खाने के बाद वह कमरे में सोने चले गए और सुबह उनका शव पंखे से रस्सी के सहारे लटका मिला। बेटा कृष्णा उन्हें जगाने पहुंचा तो घटना का पता लगा। सूचना पर बाकी भाई व रिश्तेदार आए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आकर कमरे की जांच की और शव उतरवाकर मर्च्युरी भेजा। इस दौरान कई व्यापारी भी पहुंचे और उनके परिवार को सांत्वना दी।
इनका ये है कहना
नवाबगंज थाना प्रभारी रमाकांत पचौरी ने बताया कि मौनीघाट निवासी संतोष कुमार गुप्ता, पत्नी के देहांत के बाद से डिप्रेशन में थे। संभवत: इसी वजह से उन्होंने फांसी लगा ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।