कानपुर में अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, अव्यवस्था को रोकने लिए तैनात रही पुलिस फोर्स
इस मामले क्षेत्रीय लोगों का कहना था की पार्क में अवैध निर्माण होने के चलते आए दिन ही लोग नशेबाजी करते थे पूरे पार्क में कूड़े व गंदगी का अंबार लगा रहता था जबकि आसपास के कई पार्कों में सुंदरीकरण का काम बहुत पहले हो चुका था।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में कई माह की कवायद के बाद आखिरकार शास्त्री नगर में दस दुकान के पास श्रम विभाग की जमीन पर बने अवैध निर्माण पर सोमवार को बुलडोजर चल गया। किसी तरह का हंगामा ना हो और अव्यवस्था ना हो इसके लिए काकदेव, स्वरुप नगर और नवाबगंज समेत अन्य थानों की फोर्स मौके पर मौजूद रही। दोपहर करीब 12 बजे जैसे ही श्रम विभाग के कर्मी निर्माण ढहाने पहुंचे तो वहां रहने वालों ने विरोध जाताना शुरू कर दिया। हालांकि जैसे ही फोर्स पहुंची तो सभी अपना सामान हटाने लगे और फिर देखते-देखते आठ अवैध निर्माण को जे सी बी से गिरा दिया गया।
इस मामले क्षेत्रीय लोगों का कहना था की पार्क में अवैध निर्माण होने के चलते आए दिन ही लोग नशेबाजी करते थे, पूरे पार्क में कूड़े व गंदगी का अंबार लगा रहता था, जबकि आसपास के कई पार्कों में सुंदरीकरण का काम बहुत पहले हो चुका था। क्षेत्रीय पार्षद राघवेन्द्र मिश्रा ने कहा सी एम के निर्देश पर पार्क में अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई श्रम विभाग के अफसरों की ओर से की गई। विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने कहा उच्च न्यायलय के निर्देश पर सभी अवैध निर्माण गिराये गए। बोले वाला रहने वाले कई परिवारों को सरकारी आवास मिल गया है, क्योंकि जनहित में पार्क बनना है। इसलिए अब जिन्हेंं आवास नहीं मिला है वो संपर्क कर लें, सभी को पात्रता के मुताबिक घर दिलवाएंगे। श्रम प्रवर्तन अधिकारी के एस अवस्थी ने बताया की उच्च न्यायलय के आदेश पर सोमवार को कार्रवाई की गई। कार्रवाई से पहले पार्क में रहने वालों को नोटिस भी जारी किये गए थे। वहीं काकादेव एस ओ कुंज बिहारी मिश्रा ने दावा किया की बिना किसी व्यवधान के पार्क में अतिक्रमण को हटाया गया।
खूब हुई थी राजनीति : शास्त्री नगर स्थित जवाहर पार्क में अवैध निर्माण को गिराये जाने पर पिछले दिनों खूब राजनीति हुई थी। इस मामले में क्षेत्रीय विधायक, महापौर, पार्षद समेत बी जे पी के मंडल स्तर के नेताओं ने जमकर राजनीतिक रोटियां सेंकी थीं। तब पार्क में अवैध रूप से बने एक होटल की चर्चा भी हुई थी।