अफसर नाखुश, दो दिनों में बीएसए व एडी बेसिक ने 15 से अधिक स्कूलों का किया निरीक्षण
अधिक शिक्षकों के खिलाफ भी वेतन रोकने व निलंबन तक की कार्रवाई हो गई। यह हाल तब है जब विभागीय अफसर लगातार शिक्षकों को निर्देशित करते हैं कि अपना सारा काम समय से पूरा कर लें। वहीं अभी स्कूलों में पढ़ाई भी पूरी तरह से नहीं हो रही है।
कानुपर, जेएनएन। वैसे तो जब प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों से उनकी गतिविधियों के विषय में पूछा जाता है, तो उनका जवाब होता है कि सब बेहतर है। हालांकि जब विभागीय अफसर इन स्कूलों का निरीक्षण करते हैं तो सभी जगह लापरवाही की तस्वीरें सामने आती हैं। हमेशा की तरह एक बार फिर जब एडी बेसिक राजेश शाही व बीेएसए डा.पवन तिवारी ने दो दिनों के अंदर जिले के अंदर 15 से अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया तो चार प्रधानाध्यापकों का एक माह का वेतन रोका गया। जबकि 10 से अधिक शिक्षकों के खिलाफ भी वेतन रोकने व निलंबन तक की कार्रवाई हो गई। यह हाल, तब है जब विभागीय अफसर लगातार शिक्षकों को निर्देशित करते हैं कि अपना सारा काम समय से पूरा कर लें। वहीं, अभी स्कूलों में पढ़ाई भी पूरी तरह से नहीं हो रही है। बावजूद इसके इन स्कूलों का बुरा हाल है।
एमडीएम के स्थान पर बिस्किट दे दिया : अफसरों ने जब स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले मिडडे मील की गुणवत्ता देखी तो उन्हेंं पता लगा कि स्कूलों में मिडडे मील के स्थान पर बिस्कुट व अन्य खाद्य सामग्री दी जा रही है। इसके साथ ही अभी तक स्कूलों में पिछले दो वर्षों से खाद्य सुरक्षा भत्ता तक नहीं दिया गया है। पिछले माह जब एमडीएम के सिटी कोआॢडनेटर सौरभ पांडेय ने कई स्कूलों का निरीक्षण किया था तब भी कई लापरवाही के मामले सामने आए थे।
- जो शिक्षक लापरवाही कर रहे हैं, उनके खिलाफ अब सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। शिक्षकों को समय से स्कूल जाना होगा। साथ ही छात्रा नामांकन में वृद्धि, अच्छी गुणवत्ता का एमडीएम मुहैया कराना समेत अन्य सभी बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध करानी होंगी। -राजेश शाही, एडी बेसिक, कानपुर मंडल