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Auraiya news update : पूर्व दस्यु सुंदरी रेनू यादव का भाई महिलाओं को आगे कर सामान्य लोगों को करते थे ब्लैकमेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार

औरैया पुलिस ने दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो महिलाओं को आगे कर लोगों को जाल में फंसाने के बाद फर्जी मुकदमें में फंसाने तथा अन्य तरह की धमकी देकर ब्लैकमेल करते थे। गिरोह का सरगना महिला दस्यु रेनू यादव का भाई है।

By Rahul MishraEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 10:05 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 10:05 PM (IST)
औरैया पुलिस की गिरफ्त में ब्लैकमेल करने के आरोपित।

कानपुर, जेएनएन। महिला दस्यु रेनू यादव का भाई लोगों को ब्लैकमेल कर रहा था। वह महिलाओं को अपने साथ मिलाकर सीधे-साधे लोगों को अपने जाल में फंसाता था। बाद में फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर इनसे लाखों रुपये वसूल करता था। पुलिस ने महिला दस्यु के भाई सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर गिरोह का राजफाश किया।

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शुक्रवार को एक पीड़ित ने फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर दस लाख रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। जिस पर पुलिस ने सर्विलांस टीम की सहायता से दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ कमलेश नारायण पांडेय ने बताया कि कस्बा मुरादगंज में मोबाइल की दुकान करने वाले राहुल पुत्र लक्ष्मीनारायण की दुकान पर छह जनवरी को एक महिला आई। जिसने पुराना मोबाइल और नई सिम खरीदी। सिम एक्टीवेट न होने का वास्ता लेकर वह बार बार मोबाइल पर बात कर दुकान पर आने लगी और राहुल से दोस्ती करने का प्रयास किया। 13 जनवरी को स्कार्पियो ने मुरादगंज से फफूंद जाने वाले रास्ते पर साइकिल से जा रहे राहुल को रोक लिया और पिस्टल लगाकर उसे कार में डालकर औरैया की ओर अज्ञात स्थान पर ले गए और बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की।

उन्होंने बताया कि आरोपितों ने उससे कहा कि वह एक महिला के साथ बातचीत करता है, उसी के जरिए झूठे मुकदमें में फंसा दिया जाएगा। मुकदमा न दर्ज कराने के बदले आरोपितों ने दस लाख रुपये की मांग की। जब राहुल ने हामी भर ली तो आरोपितों ने रुपये देने की बात कहकर उसे छोड़ दिया।

इसके बाद पीड़ित ने हिम्मत जुटाकर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। शनिवार को पुलिस ने चेकिंग के दौरान भीखेपुर तिराहे के पास हाईवे किनारे एक स्काॢपयो की घेराबंदी की और उसमें सवार दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

सीओ ने बताया कि यह एक गिरोह है। जिसके सदस्य गिरोह में शामिल महिलाओं के माध्यम से मोबाइल से बात कराकर लोगों को फंसा लेते हैं। बाद में उन्हेंं ब्लैकमेल कर रुपये ठगते हैं। पकड़े गए आरोपितों के नाम मुकेश यादव पुत्र विद्याराम निवासी जमालीपुर व दयालपुर निवासी अनुज उर्फ कौशल्या नंदन पुत्र कालीचरन है। वहीं कार बरामद कर सीज कर दी गई है।

पूर्व दस्यु सुंदरी का भाई है मास्टर माइंड मुकेश

पूर्व दस्यु सुंदरी रेनू यादव के भाई मुकेश ने जो गैंग बनाया था उसकी कहानी महज ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने की ही थी। गैंग में शामिल लड़किया और महिलाएं इज्जदार लोगों से दोस्ती फिर प्यार का नाटक और फिर इसके बाद दगा होता था। लुटे पिटे लोग लोकलाज के कारण जुबान तक न खोल पाते, लेकिन इस बार पूरा मामला खुल गया। पूछताछ के दौरान गैंग के आधा दर्जन और लोग पुलिस की रडार पर चढ़ गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

शनिवार को पकड़े गए आरोपितों में जमालीपुर निवासी मुकेश यादव पूर्व दस्यु सुंदरी रेनू यादव का भाई है। उनके गिरोह में करीब छह पुरुष व चार-पांच महिलाएं शामिल हैं, जो पुलिस की रडार पर आ गई हैं। इससे पहले भी आरोपित करीब 12 लोगों का ठगी का शिकार बना चुके हैं।

पुलिस विवेचना के दौरान उनका नाम प्रकाश में लाएगी। महिलाएं पहले सीधे-साधे लोगों से फोन पर बात अश्लील बातें करती थी, बाद में उन बातों को रिकार्ड कर उन्हेंं ब्लैकमेल करती थी। लोक लज्जा के भय से पीडि़त पुलिस तक नहीं पहुंचते थे, उसी का आरोपित फायदा उठाते थे। कुछ आरोपितों के नाम प्रकाश में आ गए हैं, जिनका पता लगाया जा रहा है। अभी तक ठगी का शिकार हुए कुछ लोगों ने आपबीती बताई है, जिनके आधार पर जांच की जा रही है।

इनका है कहना

कोतवाली निरीक्षक विनोद कुमार शुक्ला ने बताया कि 12 आरोपितों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिन्हेंं पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।


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