चार दिन पहले घर से निकला था ईंट व्यवसायी, घर आई उसकी ये खबर
बांदा में ईंटा व्यवसायी की गला घोंटकर हत्या, पानी की टंकी के अंदर मिला शव। हाथ-पैर लोवर व शर्ट से बंधे थे, गले में कसा था अंगौछा।हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
कानपुर(जेएनएन)। चार दिन पहले ईंट व्यवसायी कारोबार के सिलसिले में जाने की बात कहकर घर से निकला था। देर रात तक वह वापस नहीं आया तो घर वाले भी कारोबार के चलते उसके कहीं बाहर चले जाने की संभावना जता अपने काम में लगे रहे। रविवार को अचानक उसके बारे में पता चला तो क्षेत्र में सनसनी फैल गई और परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ के साथ घटना की पड़ताल शुरू की है।
गला घोटकर हत्या के बाद पानी की टंकी में फेंका शव
बांदा की देहात कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लामा गांव निवासी ईंटा व्यवसायी मोहन रैदास (45) 11 अक्टूबर की सुबह घर से व्यवसाय के सिलसिले में निकला था। इसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा। परिजनों ने सोचा कि व्यवसाय के चलते वह कहीं बाहर चला गया है। रविवार सुबह गांव के कुछ लोग खेतों की ओर गए तो उसका शव पानी भरी टंकी में उतराता मिला। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच की। किसी ने उसकी गला घोटकर हत्या करने के बाद पानी की टंकी में शव फेंक दिया था।
गले में कसा था औंगाछा, लोवर से बंधे थे हाथ-पैर
मृतक के बड़े भाई पीआरडी जवान रामशरन ने का कहना है कि हाथ पैर लोवर व शर्ट में बंधे मिले और गले में अंगौछा कसा था। पानी की टंकी से कुछ दूरी पर बबूल के पेड़ के नीचे शराब की खाली शीशी व छह प्लास्टिक गिलास पुलिस को मिले हैं। शरीर में खंरोच के निशान मिलने से साफ है कि पीटने के बाद अंगौछे से गला कसकर मारा गया है।
नहीं थी किसी से रंजिश
घटना स्थल पर पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। भाई ने बताया कि किसी से रंजिश नहीं है। प्राथमिक छानबीन में पुलिस हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं कर सकी है। बांदा सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। बड़े भाई ने घटना की सूचना लिखित दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।