पिता की मौत पर बेटे को वरासत की कीमत बताने वाला लेखपाल गिरफ्तार, मांगी थी दस हजार की रिश्वत
भ्रष्टाचार सरकारी व्यवस्थाओं में एक दीमक की तरह चिपक चुका है इसी से जुड़ी एक घटना उप्र के उरई जिले से सामने आई है। यहां झांसी की एंटी करप्शन टीम ने एक राजस्व कर्मी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

जालौन, जागरण संवाददाता। शासन के तमाम प्रयासों के बावजूद सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रिश्वत लेने की घटनाएं और वीडियो रोजाना वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही भ्रष्टाचार का मामला यूपी के जालौन जिले में सामने आया है। यहां एक पुत्र को पिता से मिली वरासत का अधिकार देने के लिए में लेखपाल ने 10,000 रुपए कीमत तय कर दी। जानकारी पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ लिया और अब उसपर कार्रवाई की जा रही है।
भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए बनायी गयीं एंटी करप्शन टीम की झांसी यूनिट ने गुरुवार को जिले के कुसमिलिया क्षेत्र के लेखपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कुसमिलिया गांव निवासी राजेंद्र कुमार राजपूत के पिता श्रीपत का पिछले साल निधन हो गया था। जिसके बाद कृषि भूमि को वरासत में दर्ज कराने के लिए उसने तहसील में आवेदन किया, लेकिन क्षेत्र का लेखपाल हरिशंकर निरंजन इसके लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था।
अजीब तो ये था कि राजेंद्र राजपूत ने एक पारदर्शी काम को लेकर भी जब कई बार लेखपाल से वरासत दर्ज करने के लिए गुजारिश की तो वह बिना पैसे के काम करने के लिए तैयार नहीं था। कोई और रास्ता न सूझने के बाद राजेंद्र राजपूत ने एंटी करप्शन यूनिट में इसकी शिकायत कर दी। गुरुवार को दोपहर टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
Edited By Abhishek Agnihotri