कानपुर में बने बोगी फ्रेम्स पुणे मेट्रो की बढ़ाएंगे शोभा, इटली में होगा परीक्षण और फिर मिलेगा अप्रूवल
Pune Metro Project वेद सैसोमैकेनिका को 34 मेट्रो के लिए मिले ऑर्डर। पुणे की मेट्रो का कार्य देख रही टीटागढ़ फिरेमा कंपनी भारतीय है जिसने इटली की कंपनी का अधिग्रहण किया है। कंपनी बोगी फ्रेम का परीक्षण अपने इटली के प्लांट में करेगी।
कानपुर, [राजीव सक्सेना]। Pune Metro Project पुणे की मेट्रो के बोगी फ्रेम कानपुर में बन रहे हैं। पनकी इंडस्ट्रियल एरिया स्थित वेद सैसोमैकेनिका को 34 मेट्रो के लिए 204 बोगी फ्रेम सप्लाई करने हैं। कंपनी को इसी माह परीक्षण के लिए सात बोगी फ्रेम इटली भेजने हैं।
ट्रेन के चलते समय होने वाला कंपन बोगी फ्रेम पर ही निर्भर करता है। तेजस में कंपनी इसमें अपनी विशेषज्ञता दिखा चुकी है। इसके चलते ही कंपनी को पुणे की मेट्रो का भी ऑर्डर मिला है। हालांकि इस बार के परीक्षण और भी कड़े हैं। पुणे की मेट्रो का कार्य देख रही टीटागढ़ फिरेमा कंपनी भारतीय है, जिसने इटली की कंपनी का अधिग्रहण किया है। कंपनी बोगी फ्रेम का परीक्षण अपने इटली के प्लांट में करेगी। इसके लिए इसी माह तीन बोगी के हिसाब से छह बोगी फ्रेम और एक अलग से बोगी फ्रेम भेजा जाना है। एक अतिरिक्त बोगी फ्रेम को माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर दबाव डालकर तोड़ा जाएगा और परीक्षण किया जाएगा कि वह कितना दबाव बर्दाश्त कर सकता है। भारत में यह मानक माइनस 20 डिग्री सेल्सियस है।
देश की सबसे हल्की मेट्रो होगी
पुणे की मेट्रो देश की सबसे हल्की मेट्रो होगी। यह एल्युमिनियम की होगी। मेट्रो को हल्का बनाने के लिए इसके बोगी फ्रेम का भार भी कम किया गया है। कंपनी के निर्देशों के मुताबिक इसका भार रखा जा रहा है। इसके लिए इटली से ही लोहे की प्लेट आ रही हैं। आने वाले समय में पुणे मेट्रो बनाने वाली कंपनी ये प्लेट भारत में ही बनाने लगेगी तो ये प्लेट वहीं से कानपुर आएंगी।
यूरोपियन प्रमाण पत्र भी मिला
बोगी फ्रेम बनाने के लिए यूरोपियन स्टैंडर्ड ईएन 15085 है, जो कंपनी को हासिल हो चुका है।
इनका ये है कहना
इसी माह बोगी फ्रेम इटली रवाना कर दिए जाएंगे। वहां परीक्षण के बाद पुणे के लिए बोगी फ्रेम रवाना होंगे। - आरएन त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक, वेद सैसोमैकेनिका।