मन की बात सुन भाजपा दूर करेगी पार्षदों की नाराजगी, कार्यकारिणी चुनाव के बाद से है मनमुटाव
नगर निगम में दो साथियों के निष्कासन से भाजपा के पार्षदों में नाराजगी का आलम है।
कानपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के दो पार्षदों के पार्टी से निष्कासन के बाद कई पार्षद नाराज हैं। इनमें ज्यादातर संख्या उनकी है जो बागी प्रत्याशियों के प्रस्तावक थे या जिन्होंने इन बागी प्रत्याशियों को वोट किया है। उनकी नाराजगी को देखते हुए पार्टी सभी पार्षदों के साथ एक बैठक करने की तैयारी कर रही है ताकि उनके मन की बात सुनी जा सके।
नगर निगम कार्यकारिणी के चुनाव में बागी प्रत्याशी के रूप में खड़े होने के दंड स्वरूप पार्षद राघवेंद्र मिश्रा और निर्मला मिश्रा को भाजपा बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। अपने दो साथियों को पार्टी से बाहर किए जाने को लेकर पार्टी के दो दर्जन से ज्यादा पार्षद नाराज हैं। आपसी बातचीत में यह नाराजगी काफी मुखर रूप तक ले रही है हालांकि बड़े नेताओं के सामने अभी वे मौन साधे हुए हैं। इसके बाद भी पार्षदों के बीच की आपसी बातचीत बड़े नेताओं के बीच पहुंच रही है।
अब बड़े नेता जल्द ही नाराज पार्षदों की बैठक बुलाकर उनकी बात सुनेंगे। नेतृत्व जानना चाहता है कि आखिर इतने सारे पार्षद नाराज क्यों हैं और बागी पार्षदों के साथ वे खड़े होने को कैसे तैयार हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक जल्द ही क्षेत्रीय अध्यक्ष, दोनों जिलाध्यक्ष के साथ पार्षदों की बैठक हो सकती है। इस बैठक का एक उद्देश्य यह भी है कि पार्षदों के मन की बात जानकर उनकी नाराजगी भी खत्म की जा सके।
पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज, दक्षिण जिलाध्यक्ष बीना आर्या से कहा था कि एक बार पार्टी के सभी पार्षदों को बैठाकर बात कर लें। यह बैठक अगले सप्ताह हो सकती है। -महेंद्र पांडेय दद्दा, उप नेता भाजपा पार्षद दल, नगर निगम।